Video: क्या सेल्फी लेते वक्त मारे गए CRPF पर हमला करने वाले सभी आतंकी ? जानें पूरा सच

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के बाद से पूरा देश गुस्सा है. सभी सरकार से पाकिस्तान और उसके आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की मांग कर रहे है. इस संबंध में सोशल मीडिया पर जमकर पोस्ट किए जा रहे है.

पुलवामा आतंकियों का फेक वीडियो (File Photo)

नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के बाद से पूरा देश गुस्सा है. सभी सरकार से पाकिस्तान और उसके आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की मांग कर रहे है. इस संबंध में सोशल मीडिया पर जमकर पोस्ट किए जा रहे है. इसी क्रम में कई लोग फर्जी वीडियो भी खूब शेयर कर रहे हैं. जो कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले और उसके बाद हुए विस्फोट या आतंकियों से जुड़ा होने का दावा किया जा रहा है.

सोशल मीडिया के जरिए हमारे हाथ भी एक ऐसा ही वीडियो लगा है जो कि पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमला करने वाले आतंकियों का बताया जा रहा है. हालांकि हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं है. इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि हमला करने वाले आतंकी सेल्फी लेते वक्त बम धमाके में उड़ गए. यह वहीं आतंकी है जिनके हमलें में 40 केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान शहीद हो गए थे.

इस वीडियो में कुछ आतंकी एक साथ बैठकर जश्न मनाते हुए दिख रहे है. इस दौरान एक गाना भी सुनाई दे रहा है. तभी इनमें से एक ने सेल्फी लेने के लिए मोबाइल को हाथ में उठाया और अचानक से जोरदार धमाका हो गया. बताया जा रहा है कि इस धमाके में कमरे में बैठे सभी लोगों के चिथड़े उड़ गए.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जो लोग वीडियो में दिख रहे है वो आतंकी है. और ये सब किसी साजिश के लिए बम बना रहे थे. तभी मोबाइल में लगा बम का ट्रिगर गलती से दब गया. और जोरदार धमाका हुआ. क्योकि जैसे ही एक आतंकी हाथ में मोबाइल पकड़कर बटन दबाता है तो धमाका हो गया. हालांकि यह वीडियो 3 साल पुराना है जिसमें दिख रहे सभी सीरियाई विद्रोही है. इस वीडियो का पुलवामा आतंकी हमले से कोई लेना-देना नहीं है.

देखे वीडियो-

गौरतलब हो कि हाल ही में सीआरपीएफ ने कहा था कि कुछ शरारती तत्व नफरत फैलाने के लिए पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के शरीर के अंगों की फर्जी तस्वीरें पेश कर रहे हैं. सीआरपीएफ ने लोगों से इस तरह की पोस्टों को साझा या लाइक नहीं करने की अपील की थी. बयान में कहा गया है कि इस तरह की पोस्ट/तस्वीरों को 'वेबप्रोएटदिरेटसीआरपीएफ डॉट जीओवी डॉट इन पर रिपोर्ट करें.

सीआरपीएफ ने एक बयान में कहा था, "ऐसा पाया गया है सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व नफरत फैलाने के लिए हमारे जवानों के शरीर के हिस्सों की फर्जी तस्वीरें प्रसारित करने की कोशिश कर रहे हैं. कृपया इस तरह की तस्वीरों या पोस्ट को प्रसारित, साझा या लाइक नहीं करें."

पुलवामा में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सीआरपीएफ काफिले के वाहन से टकरा दिया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे.

Share Now

संबंधित खबरें

\