Varanasi: रात में दुल्हन ने लिए सात फेरे, फिर सुबह तोड़ दी शादी, वजह सुनकर हैरान रह गए लोग

चौहान बस्ती में एक शादी थी. शहर के संकटमोचन इलाके से गांव में बारात पहुंची और द्वारचार, जयमाल के बाद हिंदू धर्म के रिति रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुआ, लेकिन जब सोमवार की सुबह विदाई की तैयारी शुरू हुई तो...

(Photo Credit : ANI)

वाराणसी: शादियों के सीजन में अक्सर ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला वाराणसी से सामने आया है. यहां शादी के कुछ ही देर बाद दुल्हन ने अपने नए नवेले जीवनसाथी से बंधन तोड़ लिया. यह घटना वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र की है. Video: तमिलनाडु ट्रैफिक पुलिस ने स्विगी डिलीवरी एजेंट को मारा थप्पड़, हुआ ट्रांसफर

रविवार को कादीपुर खुर्द गांव के चौहान बस्ती में एक शादी थी. शहर के संकटमोचन इलाके से गांव में बारात पहुंची और द्वारचार, जयमाल के बाद हिंदू धर्म के रिति रिवाज के साथ विवाह संपन्न हुआ, लेकिन जब सोमवार की सुबह विदाई की तैयारी शुरू हुई तो दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से मना कर दिया. दुल्हन का कहना था कि दूल्हा बुजुर्ग है.

मामला चौबेपुर थाने पहुंचा जिसके बाद दोनों पक्ष से काफी देर तक पंचायत होती रही, लेकिन दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही. उसकी जिद के आगे किसी की एक ना चली और कुछ देर पहले ही हुई शादी टूट गई.

कादीपुर खुर्द गांव में रहने वाले राजा बाबू चौहान ने बेटी काजल की शादी साकेत नगर संकटमोचन  में स्व. प्रभु चौहान के बेटे संजय चौहान के साथ तय की थी. 5 जून गांव में शादी की सारी रस्में पूरी की गई. सोमवार की सुबह विदाई के वक्त जब सारा सामान ट्रैक्टर-ट्रॉली पर लद गया तभी दुल्हन ने दूल्हे के साथ ससुराल जाने से मना कर दिया. इसके बाद दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया. मामला थाने तक जा पहुंचा गया.

चौबेपुर थानाध्यक्ष अनिल मिश्रा ने दोनों पक्षों से बैठकर आपसी हल निकालवाने का प्रयास किया. घंटों पंचायत होती रही, लेकिन दुल्हन की जिद के आगे किसी की नहीं चली और कुछ घंटे के लिए पति बने दूल्हे को बिना दुल्हन के ही खाली हाथ घर लौटना पड़ा.

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