चलती ट्रेन में गर्भवती महिला को हुई प्रसव पीड़ा, डॉक्टर नहीं मिला तो TTE ने ही कराई डिलीवरी, रेलवे ने की तारीफ
दिल्ली डिवीजन में बतौर टीटीई तैनात एचएस राणा ने रात को यात्रियों की मदद से एक गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई क्योंकि महिला यात्री जब प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी उस दौरान ट्रेन में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था.
रेलवे स्टेशन, ट्रेन और बस में डिलीवरी होने की खबरें तो आपने सुनी ही होंगी लेकिन आज एक अनोखा मामला सामने आया है. दरअसल, इस बार एक ट्रेवलिंग टिकट इंस्पेक्टर (TTE) ने चलती ट्रेन में एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) की डिलीवरी कराई. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली डिवीजन (Delhi Division) में बतौर टीटीई तैनात एचएस राणा (HS Rana) ने रात को यात्रियों (Passengers) की मदद से एक गर्भवती महिला की डिलीवरी (Delivery) कराई क्योंकि महिला यात्री जब प्रसव पीड़ा से गुजर रही थी उस दौरान ट्रेन (Train) में कोई डॉक्टर (Doctor) मौजूद नहीं था. ऐसे में टीटीई की मदद से गर्भवती महिला यात्री ने बच्चे को जन्म दिया.
टीटीई एचएस राणा के इस काम को रेल मंत्रालय ने भी सराहा. रेल मंत्रालय ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ''उनकी नेक दिली और मुसीबत के समय मानवीय पहल ने हमें गौरान्वित कर दिया है.' वहीं, इस ट्वीट को लाइक और रिट्वीट करते हुए यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं. एक यूजर ने लिख, 'रेलवे कर्मचारी ने पुरस्कृत करने योग्य कार्य किया है' तो वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, 'बहुत ही सराहनीय कार्य भाई एचएस राणा द्वारा. हमें आप पर गर्व है. हम सभी रेलवे प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि ऐसे कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए.' यह भी पढ़ें- चलती ट्रेन में जन्मे बच्चे की हुई मौत, झारखंड निवासी इंद्राणी देवी ने सफर के दौरान शिशु को दिया था जन्म
बहरहाल, टीटीई एचएस राणा के इस काम की वजह से आमतौर पर अपनी खराब सेवा के लिए बदनाम रेलवे के प्रति लोगों के अंदर सम्मान का भाव भी उत्पन्न हुआ है.