FACT CHECK: स्नैपचैट लेंस से बनाई गई है कंटेंट क्रिएटर श्वेता पुंडीर की ये PHOTO, इसे 'लव जिहाद' से जोड़कर फैलाया जा रहा है झूठ; जानें सच्चाई
Photo- @ydavkomal & GopalSa22721269/X

Shweta Pundir Viral Photo Fact Check: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक लड़की की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें उसके चेहरे पर चोट के लाल निशान नजर आ रहे हैं. तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि एक मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की के साथ मारपीट की है और मामला घरेलू हिंसा का है. दावा इतना जोर पकड़ गया कि लोग इसे ‘लव जिहाद’ से भी जोड़ने लगे. लेकिन जब इस वायरल तस्वीर की सच्चाई सामने आई, तो वो कुछ और ही निकली. दरअसल, यह तस्वीर कोई असली घटना नहीं, बल्कि एक डिजिटल फिल्टर (लेंस) का कमाल है. यह फोटो डिजिटल कंटेंट क्रिएटर श्वेता पुंडीर की है और उन्होंने इसे स्नैपचैट लेंस की मदद से बनाया था.

श्वेता ने इसे 1 अगस्त को अपने फेसबुक पर पोस्ट किया था और इसका कैप्शन था - “प्यार करता है तभी तो मारता है” हार्ट इमोजी के साथ. ये कैप्शन तंज के तौर पर लिखा गया था.

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स्नैपचैट लेंस से बनाई गई है फोटो

श्वेता ने 2 अगस्त को इसी ड्रेस में दूसरी कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की थीं, जिनमें उनके चेहरे पर कोई चोट के निशान नहीं दिखे. यही नहीं, उन्होंने एक वीडियो भी बनाया था जिसमें वो समझा रही थीं कि जो व्यक्ति सच में आपसे प्यार करता है, वो कभी आपके साथ हिंसा नहीं करेगा. यह वीडियो एक तंज और जागरूकता का माध्यम था, लेकिन कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने इसे तोड़-मरोड़ कर सांप्रदायिक रंग दे दिया.

जब हमने वीडियो को ध्यान से देखा तो यह साफ हो गया कि चेहरे पर जो निशान हैं, वो हाव-भाव के साथ बदल रहे थे. यानि यह किसी डिजिटल लेंस या फिल्टर का असर था. बाद में, स्नैपचैट पर जब ‘Injured Face’ जैसे कीवर्ड से लेंस सर्च किया गया, तो ‘mmmooort9’ नाम का एक लेंस मिला जिसे रुमिन ताबुक ने बनाया है. इस लेंस का काम है चेहरे पर चोट के नकली निशान दिखाना.

यही लेंस श्वेता ने भी इस्तेमाल किया था. यही नहीं, कई अन्य यूज़र्स ने भी इसी लेंस से ऐसे ही वीडियो बनाए हैं. हमने खुद भी इस लेंस का इस्तेमाल कर देखा और वही इफेक्ट पाया.

निष्कर्ष

श्वेता पुंडीर की वायरल तस्वीर को झूठे दावे के साथ शेयर किया गया. यह फोटो स्नैपचैट लेंस से बनाई गई थी और इसका किसी भी मारपीट या लव जिहाद से कोई संबंध नहीं है. सोशल मीडिया पर फैल रही यह बात पूरी तरह गलत और गुमराह करने वाली है.