तेलंगाना: Grandpa Kitchen के नारायण रेड्डी का हुआ निधन, गरीब और भूखे बच्चों के लिए बनाते थे खाना
ग्रैंडपा किचन के नारायण रेड्डी (Photo Credits: Grandpa's Kitchen/YouTube)

तेलंगाना: गरीब और भूखे बच्चों (Poor And Hungry Children) का पेट भरने के लिए भोजन पकाने और उन्हें  प्यार से खिलाने वाले 'ग्रैंडपा किचन' यानी दादाजी रसोई (Grandpa Kitchen) के ग्रैंडपा (दादाजी) (Grandpa) के नाम से मशहूर नारायण रेड्डी (Narayana Reddy) ने इस दुनिया अलविदा कह दिया है. इंटरनेट व यू ट्यूब (YouTube) का जाना माना चेहरा और ग्रैंडपा किचन के ग्रैंडपा के नाम से मशहूर नारायण रेड्डी ने 73 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली. तेलंगाना निवासी नारायण रेड्डी ने 26 अगस्त 2017 को ग्रैंडपा रसोई नाम का यूट्यूब चैनल शुरू किया था. उनके इस चैनल के 6 मिलियन से  सब्सक्राइबर्स हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि उनके इस चैनल से महज एक साल में 5 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स जुड़े हैं. उनके निधन की खबर से उनके चाहने वाले काफी आहत हो गए हैं.

दरअसल, उनके यू ट्यूब चैनल पर दिखाया जाने वाला हर वीडियो 12-15 मिनट तक का होता है. इन वीडियोज में वे अक्सर 100 से ज्यादा लोगों को भोजन बनाते हुए दिखाए देते रहे हैं. उनका मानना था कि कम से कम 100 मुंह को खाना खिलाना चाहिए और उनकी भूख मिटानी चाहिए. वे लविंग, केयरिंग और शेयरिंग पर विश्वास रखते थे. इतना ही नहीं वे गरीब, अनाथ और भूखे बच्चों को अपना परिवार मानते थे, इसलिए उनके लिए प्यार से भोजन पकाते थे.

बच्चों के लिए चिकन पिज्जा बनाते हुए- 

चिकन हैंबर्गर बनाते हुए ग्रैंडपा-

गैंडपा का दिल को छू लेने वाला आखिरी सफर 

ग्रैंडपा किचन यू ट्यूब चैनल के जरिए बहुत कम समय में लाखों लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाले नारायण रेड्डी गरीब बच्चों  के लिए अपने हाथों से खाना पकाते थे और उन्हें प्यार से खिलाते थे. अपनी रसोई में वे बच्चों के लिए चिकन, पिज्जा, चॉकलेट केक, मटन बिरयानी जैसे कई प्रकार के लाजवाब पकवान बनाते थे. अपने हाथों से बनाए गए स्वादिष्ट पकवानों से वे न सिर्फ भूखे बच्चों का पेट भरते थे, बल्कि उनका दिल भी जीत लेते थे. यह भी पढ़ें: हर रोज 400 गरीबों को भर पेट खाना खिलाते हैं सईद ओसमान अजहर मकसूसी, 4 राज्यों में करते हैं ये नेक काम

चाहने वालों में शोक की लहर-

ग्रैंडपा को चाहने वालों ने दी श्रद्धांजलि-

गौरतलब है कि ग्रैंडपा किचन में बनाए जाने वाले लाजवाब व्यंजनों की तस्वीरें और वीडियोज इंटरनेट पर काफी पसंद किए जाते रहे हैं. इसे इसलिए भी खास माना जाता है क्योंकि यहां चैरिटी के नाम पर बच्चों को सिर्फ दाल-चावल नहीं परोसा जाता था, बल्कि ऐसे व्यंजन उनके लिए बनाए जाते थे जो गरीब बच्चों को नसीब तक नहीं होता है. ऐसे में सैकड़ों गरीब बच्चों का मसीहा बनकर उनका पेट भरने वाले ग्रैंडपा के निधन से उनके चाहने वालों में शोक की लहर है.