'Operation Bhains Chori': राजस्थान पुलिस ने भैंस चोरी की वारदात को रोकने के लिए WhatsApp पर बनाया ग्रुप

जयपुर में भैंस चोरी के बढ़ रहे वारदात को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया है. इस ग्रुप को "ऑपरेशन भैंस छोरी" का नाम दिया गया है. खास बात यह है कि इस ग्रुप का प्रोफाइल पिक्चर भी एक भैंस की लगाई गई है. इस ग्रुप में कई गाव वासियों एवं भैंस चोरी से पीड़ित व्यक्तियों को शामिल किया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

राजस्थान: जयपुर में भैंस चोरी के बढ़ रहे वारदात को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने व्हाट्सएप (WhatsApp) पर एक ग्रुप बनाया है. इस ग्रुप को "ऑपरेशन भैंस चोरी" का नाम दिया गया है. खास बात यह है कि इस ग्रुप का प्रोफाइल पिक्चर भी एक भैंस की लगाई गई है. इस ग्रुप में कई गाव वासियों एवं भैंस चोरी से पीड़ित व्यक्तियों को शामिल किया गया है.

राजस्थान में इस साल अब तक 132 भैंस चोरी की मामले सामने आए हैं. जिसमें से 64 वारदात जयपुर में घटे हैं. इस क्रम में दूसरे नंबर पर अलवर का नाम आता है. अलवर में अब तक 38 मामले सामने आए हैं. अलवर के बाद भरतपुर में 32, कोटा-ग्रामीण में 30 और करौली में 19 मामले सामने आए हैं.

बता दें कि राजस्थान में भैंस चोरी सबसे पुराने अपराधों के श्रेणी में आता है. ये अपराध पुलिस के लिए भी किसी सिरदर्द से कम नहीं हैं. खासतौर पर तब जब पुलिस को चोरी हुई भैंस की पहचान करनी हो. डेटा के मुताबिक, वर्ष 2019 में 310 भैंस चोरी हुईं, जिनमें से सिर्फ 89 ही बरामद हो सकीं हैं. यह भी पढ़ें- बिहार: भैंस चोरी करने के आरोप में 3 लोगों की पीट-पीटकर हत्या, बिगड़ते हालात को देख गांव में पुलिस बल तैनात

हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस वर्ष शिवदासपुरा से ही 16 भैंस चोरी हो गईं, जिनकी कीमत तकरीबन 4 लाख 20 हजार रुपये बताई जा रही है. वहीं इस मामले में पुलिस का मानना है कि भैंस की पहचान करना एक बड़ी मुसीबत है, जिसकी वजह से बहुत कम मामलों में ही सफलता मिल पाती है.

Share Now

\