Maharashtra: चंद्रपुर में बाघ से खूनी संघर्ष के बाद मादा तेंदुए की मौत, जांच में हुआ खुलासा
महाराष्ट्र चंद्रपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां गुरुवार की सुबह तलोधी वन परिक्षेत्र के जंगल में एक मादा तेंदुआ मृत अवस्था में पाई गई. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि तेंदुए को बाघ ने मारा है.
चंद्रपुर: जंगल में रहने वाले खूंखार जानवरों के बीच वर्चस्व को कायम रखने के लिए खूनी संघर्ष होना बेहद सामान्य है. यहां खुद को जिंदा रखने और अपना पेट भरने के लिए एक जानवर (Animal) अक्सर दूसरे जानवर का शिकार करता है. वैसे तेंदुए (Leopard) और बाघ (Tiger) को जंगल का शिकारी जानवर माना जाता है, लेकिन अगर इन दोनों शिकारियों का आमना सामना हो जाए तो कौन जीतेगा-कौन हारेगा यह तय कर पाना काफी मुश्किल होता है. इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) के चंद्रपुर (Chandrapur) से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां गुरुवार की सुबह तलोधी वन परिक्षेत्र के जंगल में एक मादा तेंदुआ मृत अवस्था में पाई गई. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि तेंदुए को बाघ ने मारा है.
स्थानीय वन रक्षक पीएम श्रीराम ने कम्पार्टमेंट नंबर 65 में एक अधेड़ चीते का शव पाया. अधिकारियों ने दावा किया है कि मौके पर मिले संघर्ष के निशान से पता चलता है कि बाघ जैसे कुछ शक्तिशाली शिकारी के साथ लड़ाई में तेंदुए की मौत हो गई थी. यह भी पढ़ें: Leopard Attack in Pune: पुणे में रेसिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में सो रहे जर्मन शेफर्ड पर तेंदुए ने किया हमला, बहादुर कुत्ते ने मुकाबला कर भगाया- Watch Video
गौरतलब है कि सावरगांव नर्सरी में मादा तेंदुए के मृत शरीर का पोस्टमार्टम किया गया. ऑटोप्सी की रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि मौत का कारण बाघ के साथ खूनी लड़ाई थी. इसके बाद वन अधिकारियों और गवाहों की मौजूदगी में तेंदुए के शव को जला दिया गया.