Blue Java Bananas: स्वस्थ रहने के लिए अधिकांश लोग ताजा फलों (Fruits) का सेवन करते हैं और आप भी फल जरूर खाते होंगे. इन फलों में केला (Banana) एक ऐसा फल है जो आसानी से बाजार में उपलब्ध होता है और इसके पेड़ भी देखने को मिल ही जाते हैं. आमतौर पर केला हरे या पीले रंग का होता है, लेकिन क्या आपने कभी नीले रंग का केला देखा है या फिर उसे खाया है? भले ही यह सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है कि नीले रंग का भी केला होता है और उसका स्वाद भी आइसक्रीम की तरह एकदम लाजवाब होता है. नीले रंग के रहस्यमय केले को ब्लू जावा बनाना (Blue Java Bananas) कहते हैं.इसके अलावा इसे आइस्क्रीम केला, हवाई केला, नेय मन्नान, केरी या केंजियो के नाम से भी जाना जाता है. नीले रंग के ये खास केले 7 इंच तक लंबे हो सकते हैं.
नीले रंग के इस स्पेशल केले की तस्वीरें ThamKhaiMeng नाम के ट्वीटर यूजर ने शेयर किया है और इसके साथ कैप्शन लिखा है- मुझे ब्लू जावा केले लगाने के लिए किसी ने क्यों नहीं कहा? अविश्वसनीय इसका स्वाद आइसक्रीम की तरह होता है. खूबसूरत ब्लू जावा बनाना की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं.
देखें तस्वीरें-
How come nobody ever told me to plant Blue Java Bananas? Incredible they taste just like ice cream pic.twitter.com/Aa3zavIU8i
— Khai (@ThamKhaiMeng) March 24, 2021
ब्लू जावा केले की खासियतों की बात करें तो इसके वृक्ष 4.5 से 6 मीटर (15-20 फीट) की ऊंचाई तक बढ़ सकते हैं. इसके वृक्ष की पत्तियां हरे रंग की होती है और फलों के गुच्छे छोटे होते हैं. फल की लंबाई 18 से 23 सेमी (7-9 इंच) तक हो सकती है. ब्लू रंग के केले में सफेद रंग का मलाईदार फल होता है, जिसका स्वाद बिल्कुल आइसक्रीम की तरह होता है. रोपण के लगभग 15 से 24 महीने बाद यह खिलते हैं. यह भी पढ़ें: Litti-Chokha Vendor: मुंबई के लिट्टी-चोखा वाले की कहानी हुई वायरल तो मदद के लिए Zomato आया आगे
ब्लू जावा केले मूल रूप दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाते हैं. नीले रंग के ये खास केले दक्षिण एशिया और हवाई द्वीपों में उगाए जाते हैं, लेकिन अब दक्षिणी अमेरिका में भी इन्हें उगाया जाता है. ये केले ठंडे प्रदेशों और कम तापमान वाली जगहों पर अच्छी तरह से बढ़ते हैं. ब्लू जावा बनाना के वृक्ष दक्षिण कैरोलिना, लुइसियाना, टेक्सास, फ्लोरिडा और कैलिफोर्निया जैसे स्थानों पर प्रमुख रूप से पाए जाते हैं.