बिहार के जनकपुर रोड रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. गुरुवार को कर्मभूमि ट्रेन पकड़ने आए एक युवक को जीआरपी कर्मियों ने बेरहमी से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. यह घटना बिहार के पुर्पी क्षेत्र की है, जहां घायल युवक की पहचान 25 वर्षीय मोहम्मद फुरकान के रूप में हुई है, जो गढ़ा गांव के मोहम्मद गुलाब का बेटा है.
हिंदी दैनिक 'लाइव हिंदुस्तान' के अनुसार, फुरकान को तुरंत पुर्पी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. इस घटना का एक चौंकाने वाला वीडियो ऑनलाइन वायरल हो गया है, जिसमें दो लोग फुरकान को उठाकर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं और उनके पीछे भीड़ चल रही है. वीडियो में एक आदमी कहता सुनाई दे रहा है, "देखो, पुलिसवालों ने इसे कितनी बुरी तरह पीटा है."
फुरकान की दर्दनाक दास्तान
फुरकान ने बताया कि वह अपनी चाची को कर्मभूमि एक्सप्रेस ट्रेन में मुंबई के लिए छोड़ने आया था. जीआरपी कर्मियों ने उसके पेट पर कई बार लाठी से मारा, जिससे उसकी पहले से हुई सर्जरी वाली जगह पर गंभीर चोट आई और उसका पेट फट गया, जिससे उसकी आंतें बाहर आ गईं. फुरकान ने बताया कि उसने बार-बार जीआरपी कर्मियों को अपने पेट की सर्जरी के बारे में बताया, लेकिन उन्होंने उसे मारना बंद नहीं किया.
बिहार में GRP कर्मियों ने UP के छात्र को बेरहमी से पीटा, पेट की आंतें आईं बाहर, वीडियो वायरल, घायल युवक की पहचान 25 वर्षीय मोहम्मद फुरकान के रूप में हुई है. pic.twitter.com/oA1KtmcWTw— Shubham Rai (@shubhamrai80) July 26, 2024
आक्रोशित भीड़ का गुस्सा
जीआरपी कर्मियों की बर्बरता से गुस्साई भीड़ ने जनकपुर रोड स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की. रिपोर्ट्स के अनुसार, आक्रोशित यात्रियों ने स्टेशन सुपरिटेंडेंट के कार्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार की लोहे की ग्रिल और कांच का गेट तोड़ दिया और अंदर घुसकर हंगामा किया. भीड़ और कुछ सरकारी कर्मचारियों के बीच हुई झड़प में चोटें आईं, जिनका इलाज पीएचसी में किया गया.
घटना की अनिश्चितता
यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घटना कैसे और क्यों घटी. फुरकान को इलाज के लिए बाद में एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर किया गया, जहां उसकी स्थिति को बेहतर तरीके से संभाला जा सके.
इस घटना ने समाज में गहरे आक्रोश को जन्म दिया है. स्थानीय लोगों ने जीआरपी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इस घटना ने रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.