Shark Viral Video & Pics: यूके के डेवोन कोस्ट में मछुआरे ने पकड़ी 7 फुट लंबी शार्क, तस्वीरें और वीडियो वायरल
ब्रिटेन के डेवोन कोस्ट पर मधुआरे ने करीब 7 फुट लंबी शार्क पकड़ी. शार्क को पकड़ने के बाद एक मछुआरे ने अपने इस कारनामे का जमकर जश्न मनाया. माना जा रहा है कि सात फुट की इस शार्क को ब्रिटिश जल में अब तक पकड़ी गई सबसे बड़ी मछली माना जा रहा है. साइमन डेविडसन नाम के मछुआरे की मानें तो इस विशाल शार्क को पकड़ने के लिए उन्हें करीब एक घंटे तक जमकर मशक्कत करनी पड़ी.
Shark Viral Video & Pics: ब्रिटेन (UK) के डेवोन कोस्ट (Devon Coast) पर मधुआरे (Fisherman) ने करीब 7 फुट लंबी शार्क (Shark) पकड़ी. शार्क को पकड़ने के बाद एक मछुआरे ने अपने इस कारनामे का जमकर जश्न मनाया. माना जा रहा है कि सात फुट की इस शार्क को ब्रिटिश जल में अब तक पकड़ी गई सबसे बड़ी मछली माना जा रहा है. साइमन डेविडसन (Simon Davidson) नाम के मछुआरे की मानें तो इस विशाल शार्क को पकड़ने के लिए उन्हें करीब एक घंटे तक जमकर मशक्कत करनी पड़ी. उनका कहना है कि शार्क को पकड़ने में इतनी मेहनत लगी कि उसे पकड़ने के बाद उनका शरीर पस्त हो गया था. उन्होंने शार्क की फोटोज और वीडियो फेसबुक पर शेयर किया है, जो तेजी से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
डेविडसन ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है- मैं 550lb की पोरबीगल शार्क पकड़ने में कामयाब रहा. शार्क ने मुझे पूरी तरह से थका दिया और मेरा शरीर पस्त हो गया, लेकिन मैं खुश हूं. डेविडसन और 6 अन्य मछुआरों को दैत्य शार्क को अपनी नाव में बांधने के लिए एक घंटे से ज्यादा का समय लगा. मछुआरे का कहना है कि यह सोचना भी भयानक था कि इतनी बड़ी शार्क पानी में तैर रही थी. उन्होंने बताया कि शार्क का वजन करीब 550 पाउंड यानी 249 किलो था. हालांकि शार्क की लंबाई नापने के बाद उसे वापस पानी में छोड़ दिया गया. यह भी पढ़ें: Shocking! विशाल शार्क ने मछुआरे की नाव को धक्का देकर पलटा, बोट पर किया कब्ज़ा, देखें वीडियो
देखें तस्वीरें और वीडियो-
बताया जा रहा है कि यूके में पकड़ी गई सबसे बड़ी पोरबीगल शार्क का रिकॉर्ड क्रिस बेनेट के पास है. उन्होंने साल 1993 में करीब 507 पाउंड यानी 230 किलोग्राम की शार्क पकड़ी थी. गौरतलब है कि पोरबीगल शार्क ग्रेट व्हाइट परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उन्हें ब्रिटिश जल का मूल निवासी माना जाता है. ये शार्क बेहद शक्तिशाली होती हैं, लेकिन उन्हें इंसानों के लिए खतरा नहीं माना जाता है.