यूट्यूब पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दवाव किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'जीवन लक्ष्य योजना' के तहत सभी छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में 7 लाख रुपए की नगद धनराशि दे रही है. लेकिन यह खबर फर्जी है, केंद्र सरकार ने ऐसी कोई योजना नहीं लागू की है. भारत सरकार के सरकारी ट्विटर अकाउंट फैक्ट चेक के ज़रिये बताया कि यह खबर फर्जी है इसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है. ऐसी फर्जी खबरों में विश्वास न करें और खबर की प्रमाणिकता जांच कर ही उस पर विश्वास करें या आगे फॉरवर्ड करें. यह भी पढ़ें: Fact Check: सभी होटलों, रेस्तरां, फूड स्टालों और घर पकाये खाद्य विक्रेताओं के पास FSSAI लाइसेंस होना चाहिए? जानें इस वायरल खबर का सच
प्रेस सूचना ब्यूरो ने इंटरनेट पर वायरल गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए दिसंबर 2019 में फैक्ट चेक शाखा का शुभारंभ किया. इसका मुख्य उद्देश्य सरकार की नीतियों और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित होने वाली योजनाओं से संबंधित गलत सूचना की पहचान करना है. सरकार बार -बार ऐसे फर्जी वायरल पोस्ट को शेयर न करने के लिए कहती है. यह भी पढ़ें: Fact Check: सरकार ऑनलाइन क्लास के लिए सभी छात्रों को मुफ्त इंटरनेट प्रदान कर रही है? जानें वायरल पोस्ट का सच
देखें ट्वीट:
दावा : एक #YouTube वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'जीवन लक्ष्य योजना' के तहत सभी छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में 7 लाख रुपए की धनराशि दे रही है।#PIBFactCheck: यह दावा फ़र्ज़ी है। केंद्र सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है। pic.twitter.com/rMCwcBCXDJ
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 16, 2020
बता दें कि पीआईबी फैक्ट चेक एक समर्पित मंच है जो सरकारी योजनाओं और नीतियों से संबंधित गलत सूचनाओं के तथ्य की जांच करता है. अगर किसी को भी कोई फर्जी खबर आती है तो उसके बारे खबर से जुड़ी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.