गृह मंत्रालय ने कोविड-19 निगरानी समिति का किया गठन? जानें वायरल पोस्ट का सच

देश कोरोनो वायरस के प्रकोप से जूझ रहा है. देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद 8 लाख 20 हजार के पार पहुंच चुकी है. जबकि महामारी से 22 हजार 123 की मौत हो चुकी है. इस बीच कोविड-19 को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही है. जिससे समाज में भय की स्थिति उत्पन्न हो रही है.

फर्जी पोस्ट (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: देश कोरोनो वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से जूझ रहा है. देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद 8 लाख 20 हजार के पार पहुंच चुकी है. जबकि महामारी से 22 हजार 123 की मौत हो चुकी है. इस बीच कोविड-19 (COVID-19) को लेकर सोशल मीडिया पर कई भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही है. जिससे समाज में भय की स्थिति उत्पन्न हो रही है. कुछ इसी तरह के एक फर्जी दावे की सच्चाई केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को बताई.

एक वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा एक काविद-19 निगरानी समिति का गठन किया गया है. यह पोस्ट कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई है. इस फर्जी नोटिस में कई लोगों को निगरानी समिति का हिस्सा बताया जा रहा है. भारत के वर्तमान गृह सचिव अजय कुमार भल्ला (Ajay Kumar Bhalla) के नाम पर यह झूठा नोटिस फैल रहा है. Fact Check: क्या राजस्थान के पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के बाद हाजिरी लगाने के लिए किया था अजमेर शरीफ दरगाह का दौरा?

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि एक नाटिस में दावा किया गया है कि कोविड-19 पर एक निगरानी समिति बनाई गई है. निगरानी समिति की बात फर्जी है. गृह मंत्रालय की तरफ से इस तरह की कोई भी समिति नहीं बनाई गई है. मंत्रालय ने लोगों से फर्जी खबरों एवं अफवाहों के प्रति सचेत रहने के लिए कहा है.

उल्लेखनीय है कि केंद्र और राज्य सरकार के तमाम प्रयासों के कारण ही कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के ठीक होने का सिलसिला तेज हो रहा है. हर दिन हजारों लोग जानलेवा वायरस के चंगुल से बाहर निकल रहे है. कोविड-19 से संक्रमित लोगों में से ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या आज 5 लाख 15 हजार 386 हो गई. परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 62.78 प्रतिशत हो गई है. अभी देश में कोरोना संक्रमण के कुल 2 लाख 83 हजार 407 सक्रिय मामले हैं और सभी का अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

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