Fact Check: मुंबई में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने के लिए बुलाई गई सेना? पुलिस ने बताया सच

कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई के साथ ही पुणे में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने के लिए अर्धसैनिक बलों और सेना को बुलाया गया है. यह अफवाह व्हाट्सएप ग्रुपों पर तेजी से फ़ैल रही है. झूठ को सच साबित करने के लिए एक न्यूज चैनल के स्क्रीनग्रेब्स (Screengrabs) का भी इस्तेमाल किया गया है.

फेक वायरल मैसेज

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण बढ़ता चला जा रहा है. कोविड-19 (COVID-19) महामारी से जुड़ी जानकारियों के बीच एक फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि जल्द ही मुंबई (Mumbai) और पुणे (Pune) में अर्धसैनिक बलों और सेना की तैनाती की जाएगी. हालांकि मुंबई पुलिस ने साफ कहा है कि यह मैसेज किसी की शरारत है, अब तक ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है.

कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई के साथ ही पुणे में लॉकडाउन को सख्ती से लागू करवाने के लिए अर्धसैनिक बलों और सेना को बुलाया गया है. यह अफवाह व्हाट्सएप ग्रुपों पर तेजी से फ़ैल रही है. झूठ को सच साबित करने के लिए एक न्यूज चैनल के स्क्रीनग्रेब्स (Screengrabs) का भी इस्तेमाल किया गया है. वायरल पोस्ट में लिखा है 'मुंबई को सील किया जा सकता है'. साथ ही कल रात से बीएसएफ के कंट्रोल में कर्फ्यू लगाया जाएगा. महाराष्ट्र की 100 प्रतिशत पुष्टि की गई खबर. केवल दूध और दवाइयां ही खुली रहेंगी, अन्य सभी स्टोर और यहां तक ​​कि सब्जी भी 18 मई तक बंद रहेंगे." Fact Check: आइसक्रीम और ठंडी चीजे खाने से कोरोना वायरस फैलता है? जानिए हकीकत

फर्जी मैसेज

मुंबई पुलिस ने गुरुवार को सख्त लॉकडाउन लागू करने के लिए शहर में सेना की तैनाती करने वाली खबर को अफवाह बताया है. मुंबई पुलिस ने ट्वीट कर कहा “हम जानते हैं कि खाली समय बहुत है. लेकिन अफवाह फैलाने से बेहतर काम कर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है! न तो आपको जरूरी चीजों को जमा करने की जरूरत है और न ही सेना या अर्धसैनिक बलों को बुलाया जा रहा है. बस शांत रहें और घर पर रहें. कोरोना वायरस से निपटने के लिए हमें बस इतना करना है.” Fact Check: साधु की चिलम से जयपुर में 300 लोग हुए कोरोना पॉजिटिव? जानिए पूरा सच

मुंबई पुलिस ने बताया सच-

सोशल मीडिया पर इन दिनों कोरोना वायरस से संबंधित हर फेक न्यूज जंगल की आग की तरह फैल रही है. ऐसे में हम आपसे अपील करते है कि किसी भी ऑनलाइन खबर या पोस्ट पर विश्वास करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरुर कर लें. सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी खबरों को शेयर करने से परहेज करें.

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