दिल्ली: दूल्हा बारात लेकर पहुंचा देरी से, लड़की वालों ने गेट किया लॉक, दुल्हन ने रचाई किसी और से शादी
भारतीय शादियों में बारात देरी से लेकर पहुंचना आम बात हो चुकी है. देरी से पहुंचने के कारण दुल्हन पक्ष को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन दिल्ली के बिजनौर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां बारात देरी से लेकर पहुंचने का खामियाजा दूल्हे पक्ष को भुगतना पड़ा.
दिल्ली: भारतीय शादियों में बारात देरी से लेकर पहुंचना आम बात हो चुकी है. देरी से पहुंचने के कारण दुल्हन पक्ष को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन दिल्ली के बिजनौर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां बारात देरी से लेकर पहुंचने का खामियाजा दूल्हे पक्ष को भुगतना पड़ा. ख़बरों के अनुसार जब बिजनौर का दूल्हा बारात लेकर देरी पहुंचा तो उन्हें दुल्हन के परिवार के क्रोध का सामना करना पड़ा. उन्होंने दूल्हे और बारातियों के साथ मारपीट की और कथित तौर पर उन्हें बंद कर दिया और 'उनका कीमती सामान भी छीन लिया. जाहिर तौर पर इस कपल का विवाह पहले हो चुका था, लेकिन उन्होंने समाज के सामने पारंपरिक रूप से शादी करने की डेट निर्धारित की थी, लेकिन दूल्हे का परिवार कथित तौर पर दहेज के लिए उन्हें परेशान कर रहा था, जिससे उनके बीच झगड़ा हो गया. शनिवार 7 नवंबर को लड़की ने अपने पड़ोस के रहने वाले एक लड़के से शादी कर ली.
पुलिस सूत्रों के अनुसार छह सप्ताह पहले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी के बंधन में बंधने के बाद दूल्हा पक्ष के लोग "उचित रीति-रिवाज" के साथ फिर से शादी करना चाहते थे, जिसके बाद दुल्हन अपने ससुराल नहीं जाना चाहती थी. ये मामला बिजनौर के धामपुर शहर का है.
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पुलिस ने बताया कि दहेज को लेकर दोनों परिवारों के बीच मतभेद बढ़ रहे थे, बात ज्यादा तब बिगड़ गई जब बारात 4 दिसंबर की दोपहर 2 बजे आने के बजाय देर रात पहुंची. झगड़ा बढ़ने पर बारातियों की रिहाई के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. दुल्हन के परिवार ने आरोप लगाया कि दूल्हा और उसके पिता बाइक और नकदी की मांग कर रहे थे, जो वे देने की स्थिति में नहीं थे. वास्तव में दूल्हे के परिवार के सदस्यों ने दुल्हन के गांव में पहुंचने से पहले "परेशान करना" शुरू कर दिया और उन्होंने कथित रूप से दुल्हन के परिवार को धमकी दी थी.
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हालांकि दूल्हे के परिवार ने आरोप लगाया कि दुल्हन पक्ष ने उन्हें एक कमरे में धक्का देकर लॉक कर दिया और उनसे वो गहने भी छीन लिए गए जो वे दुल्हन के लिए ले आए थे. घटना के बारे में बात करते हुए, हल्दौर स्टेशन हाउस अधिकारी कांता प्रसाद ने कहा, “दोनों परिवारों ने पुलिस से संपर्क किया है. उन्होंने पहले एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए और फिर आखिरकार वे एक समझौते पर पहुंचे, लेकिन दुल्हन दूल्हे के साथ नहीं जाना चाहती थी. दोनों ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं की गई. ”
इस मामले को शनिवार को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया और इसके तुरंत बाद दुल्हन ने अपने गांव के दूसरे युवक से शादी कर ली.