
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक युवक ने अपनी ही नानी से शादी कर ली है. इस झूठे वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की राय देखने को मिल रही है. कुछ यूजर्स ने इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया है, तो कुछ ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला करार दिया है. बहस इस बात पर भी हो रही है कि क्या प्रेम में उम्र या रिश्तों की सीमा मायने रखती?
एक यूज़र ने लिखा, “यह पवित्र रिश्तों का अपमान है, हर रिश्ते की एक गरिमा होती है.” तो वहीं दूसरे पक्ष ने कहा, “अगर दोनों बालिग हैं और सहमति से कोई निर्णय लेते हैं, तो समाज को क्या दिक्कत?”
"नानी से शादी" वाली फर्जी वीडियो वायरल
हरियाणा से एक न्यूज़ है 21 साल के मोहम्मद इरफान ने अपनी 65 साल की नानी के साथ शादी की 😛😄 pic.twitter.com/uD154acM88
— Vishal_कहानीया🚩 (@V_K_V7) June 26, 2025
21 साल के इरफान ने अपनी नानी से निकाह कर लिया?
बिग ब्रेकिंग 🚨🚨
इस 21 साल के मुहम्मद इरफान ने अपनी नानी सुलताना खातून जो 65 साल की है उससे निकाह कर लिया 😍😍 pic.twitter.com/9lBHe9hDjF
— Girish Doad (@girish_bhau) June 26, 2025
नानी से शादी वाले पोस्ट की सच्चाई क्या है?
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ANALYSIS: Fake
FACT: Images of a young man and an older woman are being circulated with the claim that 21-year-old Mohammad Irfan from Haryana married his 65-year-old maternal grandmother, Sultana Khatoon. However, this claim is entirely false and fabricated. (1/3) pic.twitter.com/lCuBlXa2BR
— D-Intent Data (@dintentdata) June 26, 2025
वायरल वीडियो मनगढ़ंत और फर्जी
लेकिन जब इस वायरल खबर की फैक्ट चेकिंग की गई, तो पूरी सच्चाई सामने आ गई. दरअसल, यह वीडियो मनगढ़ंत और फर्जी है. जांच में पता चला कि यह किसी असली शादी का वीडियो नहीं, बल्कि मनोरंजन (एंटरटेनमेंट) के लिए बनाया गया कंटेंट है. यानी युवक और महिला के बीच नानी-नाती जैसा कोई असली रिश्ता नहीं है, और ना ही कोई कानूनी रूप से पंजीकृत शादी हुई है.
यह पूरी कहानी न तो सच्ची है, न ही कोई कानूनी शादी हुई है. बस एक कंट्रोवर्शियल स्क्रिप्ट को वायरल करने का काम किया गया, ताकि ज्यादा व्यूज़ और लाइक्स मिल सकें.
वायरल खबरों की जांच जरूरी
ऐसी भ्रामक वीडियो न सिर्फ सोशल मीडिया पर गलतफहमियां फैलाती हैं, बल्कि समाज में गंभीर बहस और असुविधा भी खड़ी कर देती हैं. भारत जैसे देश में जहां रिश्तों, संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों की गहरी पकड़ है, वहां ऐसे वीडियो लोगों को असहज कर देते हैं.
इस तरह की वायरल खबरों को बिना जांचे-परखे शेयर करना गलत है. हर यूज़र की जिम्मेदारी है कि किसी भी वीडियो या खबर को साझा करने से पहले उसकी सच्चाई जांचें. सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी फैलाना अपराध की श्रेणी में भी आ सकता है.