Winter Disease & Immunity: शीतलहर में इम्यूनिटी का रखें ध्यान! सुरक्षित रहेगी जान! जानें इम्युनिटी किन-किन बीमारियों से रखती हैं सुरक्षित!
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दिल्ली समेत अधिकांश भारत शीतलहर की चपेट में है. उधर कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट ने भी लोगों को एक बार पुनः भयभीत कर रखा है. ठंड के कारण स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई हैं. ऐसी स्थिति में शीतलहर से बचने की कोशिश हम सभी को करना आवश्यक है. इसके लिए जरूरी है अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को सशक्त बनाने की, क्योंकि अगर आपकी इम्युनिटी अच्छी रहती है तो आप कई बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं. डॉ जितेंद्र सिंह के अनुसार अत्यधिक ठंड की स्थिति में शरीर के तापमान में गिरावट आती है, जिसकी वजह से कभी-कभी मानव शरीर को इस नई परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने में समय लग सकता है, जो कुछ बीमारियों के प्रति संवेदनशील बन सकता है.

सर्दी-खांसी और बुखार

तापमान गिरने पर सबसे ज्यादा समस्या सर्दी-जुकाम तथा बुखार (फ्लू) से की होती है, जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है. डॉ जितेंद्र के अनुसार ये बीमारियां ज्यादातर उन लोगों को शिकार बनाती है, जिनमें रोग प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होती है. इन बीमारियों के मुख्य लक्षण अत्यधिक कमजोरी, शरीर में दर्द, सिरदर्द इत्यादि हो सकते हैं. यह भी पढ़ें : Causes of Sudden Infant Death: शिशुओं और छोटे बच्चों में अचानक होने वाली मौतों का कारण दौरे हो सकते हैं- स्टडी

जोड़ों का दर्द

जोड़ों का दर्द का ऐसा कोई प्रमाण नहीं है, जो यह बता सके कि सर्दी में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ जाता है, लेकिन ऐसा अकसर देखा गया है कि सर्दी में जोड़ों की समस्या अकसर लोगों को परेशान करती है, विशेषकर उन्हें जो गठिया से पीड़ित होते हैं. डॉ जितेंद्र बताते हैं कि सर्दी के मौसम में वायुमंडल में ज्यादा दबाव होने से शारीरिक पीड़ा ज्यादा संवेदनशील हो जाती है. इससे टिश्यू में सूजन आती है, जो दर्द का कारण बनती है

टॉन्सिल

सर्दी के दिनों अथवा ज्यादा ठंडा पानी पीने अथवा आइसक्रीम खाने से टांसिल की समस्या हो सकती है. टॉन्सिल मुख्य रूप से गले के अंदरूनी हिस्से में सूजन के कारण होती है. इस कारण कभी-कभी गले में जलन और दर्द होता है, जो मुख्य रूप से टांसिल बढ़ने (सूजन) के कारण होती है. टांसिल बढ़ने से खाने-पीने में तकलीफ होती है. डॉक्टर के अनुसार टांसिल की मुख्य वजह सर्द हवाओं में उपस्थित वायरस और बैक्टीरिया टॉन्सिल के संक्रमण से होता है.

ब्रोंकोलाइटिस

अकसर मौसम में ठंडी हवाएं घुलने से बच्चों को ब्रोंकोलाइटिस की समस्याएं परेशान करती हैं. अगर समय रहते इसका इलाज नहीं करवाया जाए तो फेफड़ों में बलगम बनने लगता है. डॉक्टर के अनुसार यह एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इसका उपचार यथाशीघ्र करवा लेना चाहिए. यह बीमारी सबसे ज्यादा उन्हीं बच्चों को परेशान करती है, जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है.

कैसे बचें इन बीमारियों से

उपरोक्त बीमारियों से बचने के संदर्भ में डॉ जितेंद्र सिंह बताते हैं, कि इसके लिए आपको अपनी इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाना होगा. अच्छी इम्यूनिटी के लिए हल्के-फुल्के व्यायाम, योग, खानपान का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही हरी सब्जियां, ताजे फल लें. सर्दी के दिनों में फास्ट फूड से बचें. बच्चों के शरीर की गर्म सरसों के तेल से मालिश करें. लेकिन एक बार रोग विशेषज्ञ से भी सलाह-मशविरा जरूर करें.