Solar Eclipse & NASA Clarification 2025: क्या 2 अगस्त को दिन में ही अंधेरा छा जाएगा पृथ्वी पर? जानें नासा का चौंकाने वाला स्पष्टीकरण!
इन दिनों सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है, कि आगामी 2 अगस्त को सूर्यग्रहण के कारण कुछ पलों के लिए संपूर्ण पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा, जिसकी वजह से सर्वत्र भय और जिज्ञासा का माहौल है. कुछ पोस्टों में यहां तक बताया जा रहा है कि ऐसा सूर्य ग्रहण अगले एक सदी तक नहीं लगने वाला है. जंगल में आग की तरह फैली इस खबर पर अंततः नासा ने संज्ञान लिया है.
इन दिनों सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है, कि आगामी 2 अगस्त को सूर्यग्रहण के कारण कुछ पलों के लिए संपूर्ण पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा, जिसकी वजह से सर्वत्र भय और जिज्ञासा का माहौल है. कुछ पोस्टों में यहां तक बताया जा रहा है कि ऐसा सूर्य ग्रहण अगले एक सदी तक नहीं लगने वाला है. जंगल में आग की तरह फैली इस खबर पर अंततः नासा ने संज्ञान लिया है. नासा और विशेषज्ञों की टीम ने सूर्य ग्रहण को लेकर जो खुलासा किया वह भी काफी रोचक है. आइये जानते हैं इस संदर्भ में विस्तार से सारी बातें
सूर्य ग्रहण पर नासा का स्पष्टीकरण
‘आगामी 2 अगस्त को सूर्य ग्रहण के कारण संपूर्ण पृथ्वी पर कुछ पल के लिए अंधेरा छा जायेगा’, इस खबर को नकारते हुए नासा अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि लोग मिथक खबरों पर विश्वास नहीं करें, नासा के रिकॉर्ड के अनुसार अगस्त माह में ऐसी कोई घटना नहीं घटने वाली है, ना ही सूर्य ग्रहण लगेगा. अलबत्ता 21 सितंबर को जो सूर्य ग्रहण लग रहा है, वह आंशिक होगा. भारतीय समयानुसार यह सूर्य ग्रहण 10.59 PM से 03.23 AM तक रहेगा. 4 घंटा 24 मिनट तक रहने वाला यह ग्रहण अमेरिका समेत कुछ ही स्थानों पर नजर आयेगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. यह भी पढ़ें : Sawan Special: यहां अग्नि रूप में दर्शन देते हैं महादेव, ‘पंच भूत स्थलों’ में से एक मंदिर का 217 फुट ऊंचा है ‘राज गोपुरम’
2 अगस्त को सूर्य ग्रहण लगने वाला है मगर..
खबरों में जिस जिस पूर्ण सूर्य ग्रहण की बात हो रही है, वह 2 अगस्त, 2027 को होगा. यह ग्रहण यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. नासा के अनुसार, इसे ‘सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण’ अवश्य कहा जा सकता है, क्योंकि यह ग्रहण 6 मिनट 23 सेकंड तक रहेगा, जब पृथ्वी के कई हिस्सों में अंधेरा छा जाएगा, लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत के किसी भी हिस्से पर नहीं दिखेगा. नासा के अनुसार साल 2114 तक ऐसा नजारा नहीं देखा जा सकेगा.
2027 का सूर्य ग्रहण इतना लंबा क्यों है?
2 अगस्त 2027 का सूर्य ग्रहण निम्न कारणों से अधिक समय तक चलेगा.
* पृथ्वी अपसौर (सूर्य से सबसे दूर बिंदु) के पास होगी, जिसकी वजह से सूर्य अपेक्षाकृत ज्यादा छोटा दिखाई देगा.
* चंद्रमा उपसौर (पृथ्वी से सबसे निकटतम बिंदु) के पास होगा, जिससे वह बड़ा दिखाई देगा.
* ग्रहण का मार्ग भूमध्य रेखा के पास से गुजरेगा, जहां चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर धीमी गति से चलती है।
इन संयुक्त प्रभावों से ग्रहण के दौरान अंधकार की अवधि बढ़ेगी.
पूर्ण सूर्य ग्रहण में क्या होता है?
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच बीच में आ जाता है, तब कुछ मिनटों के लिए चंद्रमा सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी पर पड़ने से पूरी तरह से रोक देता है. तब नजारा कुछ ऐसा रहेगा.
* सूर्य पूरी तरह से ढका होगा
* सूर्य का बस कोरोना, या सूर्य की बाहरी परत दिखेगी.
* ग्रहण के समय दिन में कुछ पल के लिए अंधेरा छा जाएगा
* पूर्ण सूर्य ग्रहण वास्तव में बहुत दुर्लभ होते हैं और पृथ्वी के केवल संकीर्ण क्षेत्रों में ही दिखता है.
2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण
साल 2025 का दूसरा एवं अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर, 2025 को होने वाला है, जो आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. यह अफ्रीका, यूरोप और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा, जबकि अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में ग्रहण नहीं दिखेगा. यह आंशिक ग्रहण होगा. इस दौरान, चंद्रमा सूर्य के एक हिस्से को ढक लेता है, जिसकी वजह से वह अर्धचंद्राकार स्वरूप दिखाई देता है.
सूर्य ग्रहण को लेकर इतना इतना एक्साइटमेंट क्यों?
सूर्य ग्रहण वैश्विक रुचि को आकर्षित करते हैं, क्योंकि वे दुर्लभ और देखने में आकर्षक होते हैं. साल 2027 के सूर्य ग्रहण जैसी घटनाएं वैज्ञानिकों, पर्यटकों और आकाश-दर्शकों का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित करती है. इतनी लंबाई का आखिरी ग्रहण 1991 में हुआ था, साथ ही कहा जा रहा है कि अब ऐसा ग्रहण 2114 के काफी बाद देखा जा सकेगा. कई लोगों के लिए, पूर्ण ग्रहण देखना जीवन में एक बार होने वाली घटना है.