Aaj Ka Panchang, 01 October 2024: क्या है आज का पंचांग? जानें क्या है चतुर्दशी श्राद्ध का मुहूर्त, राहुकाल, शुभ-अशुभ मुहूर्त, सूर्योदय-सूर्यास्त, पर्व एवं उपाय इत्यादि!

हमारे रोजमर्रा जीवन के कुछ अहम पलों में पंचांग की विशिष्ठ भूमिका होती है. पंचांग के जरिये हम समझ सकते हैं कि आज हमारे लिए कौन सा पल विशेष है और किन पलों में हमें खुद को सजग रहना चाहिए. इस तरह हम अपने जीवन को सहज, सुरक्षित और बेहतर बना सकते हैं.

Credit -( (Img: File Photo)

Aaj Ka Panchang, 01 October 2024: हमारे रोजमर्रा जीवन के कुछ अहम पलों में पंचांग की विशिष्ठ भूमिका होती है. पंचांग के जरिये हम समझ सकते हैं कि आज हमारे लिए कौन सा पल विशेष है और किन पलों में हमें खुद को सजग रहना चाहिए. इस तरह हम अपने जीवन को सहज, सुरक्षित और बेहतर बना सकते हैं.

यदि पंचांग के अनुसार आज हमारे ग्रहों की दशा व दिशा शुभ संकेत नहीं दे रही है, तो हमे अपने विशेष कार्यों को कुछ समय के लिए टाल सकते हैं. या आवश्यक कार्य किये बिना किसी लापरवाही के निपटा सकते हैं. तिथिवारनक्षत्रयोग एवं करण दैनिक पंचांग के मुख्य 5 अंग होते हैं, इसी आधार पर समझ पाते हैं 1 अक्टूबर 2024 को हमारा दिन कैसा रहेगा.. ये भी पढ़े:Aaj Ka Panchang 30 September 2024: क्या है आज का पंचांग? जानें त्रयोदशी श्राद्ध, मासिक शिवरात्रि, सूर्योदय और चंद्रोदय काल, शुभ-अशुभ मुहूर्त एवं राहुकाल इत्यादि के बारे में!

आज 01 अक्टूबर 2024 का शुभ मुहूर्त (पंचांग के अनुसार)

01 अक्टूबर 2024 का शुभ मुहूर्त

आश्विन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी श्राद्ध तिथि

01 अक्टूबर 2024 को 09.39 PM तक उसके बाद अमावस्या

शुभ योग- 01 अक्टूबर को 01.18 AM तक इसके बाद अमावस्या शुरू हो जाएगा.

पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र नक्षत्र 01 अक्टूबर 2024 को 09.16 तक, उसके बाद उत्तरा फाल्गुनी लग जाएगा

पितृ पक्ष 2024- 01 अक्टूबर 2024 को चतुर्दशी तिथि वालों का श्राद्ध क्या जायेगा.

01 अक्टूबर 2024 अशुभ मुहूर्त

राहुकालः 02.45 AM से 04.15 AM

यमगण्ड: 08.48 AM - 10.1PM

कुलिकः 12. 58 PM – 13.46 PM

दुर्मुहूर्तः -08.13 PM – 09.00 PM,

भद्रा कालः 05.50 AM- 08.21

सूर्योदय: 05.50 AM

सूर्यास्त: 05.44 PM

आज चतुर्दशी (मंगलवार) के उपाय 

आश्विन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी मंगलवार के दिन भगवान शिव एवं हनुमान जी की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस दिन भगवान शिव एवं हनुमान जी की पूजा-अर्चना से मंगल दोष दूर होता है. सुबह-सवेरे उठकर स्नान-ध्यान के पश्चात शिव जी का जलाभिषेक करें और उन्हें बेलपत्रफलफूलऔर मिठाई का भोग लगाएं. इस दिन शिव चालीसा के साथ हनुमान चालीसा पढ़ना चाहिए और हनुमान जी सिंदूर और पान चढ़ाने से सारी मंगल कामना पूरी होती हैं.

 

तिथि

त्रयोदशी (01 अक्टूबर 07.06 PM तक इसके बाद आश्विन अमावस्या लग जाएगा लग जाएगा

पक्ष

कृष्ण

वार

मंगलवार

नक्षत्र

पूर्वा फाल्गुनी 06.16 AM के बाद उत्तराफाल्गुनी

योग

  शुक्ल योग 02.17 AM तक उसके बाद ब्रह्म योग

राहुकाल

02.45 AM - सुबह 04.15 PM

सूर्योदय-सूर्यास्त

05.50 AM - 05.44 PM

चंद्रोदय-चंद्रास्त

05.16 AM - 05.03 PM

दिशा शूल

नहीं है

चंद्रमा

सिंह राशि से कन्या राशि पर संचार करेंगे

सूर्य राशि

कन्या राशि पर है

           शुभ मुहूर्त01 अक्टूबर 2024

ब्रह्म मुहूर्त

 04.13 AM - 05.02 AM

अभिजीत मुहूर्त

11.23 AM से 12.11 PM

                  गोधुलि बेला

05:44 PM से 06:09 PM

विजय मुहूर्त

01.46 AM से- 02.34 AM

अमृत काल

 04.15 AM - 06.03 AM (2 अक्टूबर)

निशिता काल मुहूर्त

11.23 PM - 12.12 AM (2 अक्टूबर)

Share Now

\