प्रचलित है कि हनुमान चालीसा अथवा सुंदरकांड का पाठ करने से भक्तों की हर समस्याओं का निवारण हो जाता है. इसी तरह हनुमान जी के ‘शाबर मंत्र’ के बारे में कहा जाता है कि इसमें इतनी शक्तियां निहित हैं कि सच्ची आस्था और शुध्द उच्चारण के साथ करने से आपका हर मुश्किल से मुश्किल कार्य आसानी से पूरा हो जाता है. आप किसी पर भी अपने व्यक्तित्व का प्रभाव दिखा सकते हैं, उस पर नियंत्रण रख सकते हैं.आइए जानें ‘शाबर मंत्र’ की महत्ता और इसे करने की विधि.
पवनपुत्र हनुमान जी शिव जी के अवतार माने जाते हैं. जिस तरह से वायु देव का खुद पर नियंत्रण होता है, उसी तरह से हनुमान जी का भी अपनी इंद्रियों पर पूरा नियंत्रण है. वानरों के नायक महाबजरंगबली जो श्री राम के अनन्य भक्त हैं के बारे में कहा जाता है कि वे अतुलित शक्तिशाली हैं, राक्षसों का नाश करते हैं और भक्तों को सभी खतरों से मुक्ति दिलाते हैं.
शाबर मंत्र का प्रभाव
शाबर मंत्र में तमाम दिव्य शक्तियां होती हैं. यह मंत्र शत्रुता का भाव से प्रसारित की गयी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है. जिस तरह से हर दैवीय मंत्र भक्तों के बिगड़े काम को आसान बनाता है, उसी तरह से शाबर मंत्र के उच्चारण से आपके बाधित अथवा रुके हुए काम सहजता से पूरे हो जाते हैं.
शाबर मंत्र की महत्ता
शाबर मंत्र का उच्चारण करने से पूर्व इस बात का ध्यान रखें कि आपका उच्चारण अशुद्ध नहीं हो, अथवा शाबर मंत्र का कोई असर नहीं रहेगा. क्योंकि शाबर मंत्र बेहद शक्तिशाली होते हैं और शीघ्र अपना प्रभाव छोड़ते हैं. कहा जाता है कि शाबर मंत्र महान गुरु गोरखनाथ जी और नवनाथ चौरासी सिद्धों ने लिखे थे. यह मंत्र आमतौर पर ग्रामीण भाषाओं में लिखे हुए हैं. कहा जाता है कि शाबर मंत्र महज हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि अन्य कई धर्मों में भी है.
क्या है शाबर मंत्र
शाबर मंत्र एक तरह का वशीकरण मंत्र है. इस मंत्र का प्रयोग करने से पहले किसी तरह का विशेष अनुष्ठान अथवा सिद्धी हासिल करने की जरूरत नहीं, क्योंकि शाबर मंत्र अपने आप में पूरी तरह से शक्तिशाली और शीघ्र प्रभाव देनेवाली होती है. यह मंत्र भक्तों के सपनों को साकार करने अथवा किसी उद्देश्य विशेष को पूरी करने के लिए संबंधित व्यक्ति पर नियंत्रण रखने के उपयोग में लाए जाते हैं. शाबर वशीकरण मंत्र में सिद्धहस्त स्वेच्छा से आपके लिए शाबर मंत्र प्रदान कर सकता है. यही नहीं शाबर मंत्र वशीकरण मंत्र विशेषज्ञ शाबर मंत्रों का उपयोग करने और उनका सही तरीके से उच्चारण करने का निर्देश भी देते हैं. हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र दोनों का ही प्रयोग वशीकरण के लिए किया जाता है.
वशीकरण के लिए सटीक है शाबर मंत्र
हनुमान मंत्र और शाबर मंत्र दोनों का ही प्रयोग वशीकरण के लिए किया जाता हैं. ये दोनों ही मंत्र बहुत शक्तिशाली है. दोनों मंत्रों में एकमात्र अंतर यही है कि हनुमान मंत्र साधने के लिए सिद्धि करना जरूरी होता है, जबकि शाबर वशीकरण मंत्र के लिए सिद्धि की जरूरत नहीं होती. इन दोनों मंत्रों में एक समानता यह भी है कि दोनों ही वशीकरण मंत्र विशेषज्ञों द्वारा दिशा-निर्देश दिए जाने के बाद ही उपयोग में लाए जा सकते हैं.
कैसे और कितनी बार करें शाबर मंत्र का जाप
इस मंत्र को शुरू करने से पूर्व स्नान ध्यान कर स्वच्छ मगर काले रंग के कपड़े पहनें. इस मंत्र का जाप शुक्रवार से शुरु करना चाहिए. इस मंत्र की माला का जाप कम से कम 5 बार और पांच दिनों तक करना चाहिए. साधना के अंत में भगवान हनुमान की पूजा करें. पूजा और जाप के पश्चात माला को एक गहरे गड्ढे में डालकर उसे मिट्टी से पाट देना चाहिए.