28 October 2024 Ka Panchang: आज गोवत्स द्वाद्वशी है! जानें आज का शुभ-अशुभ काल, सूर्य-चंद्र की स्थिति एवं आज के खास उपाय!
सनातन धर्म को मानने वाले जातक किसी भी शुभ मंगल कार्य को करने से पूर्व पंचांग देखते हैं और उपयुक्त शुभ मुहूर्त निकलवा कर ही उसी अनुसार कार्य को प्रबंधित करते हैं.
28 October 2024 Ka Panchang: सनातन धर्म को मानने वाले जातक किसी भी शुभ मंगल कार्य को करने से पूर्व पंचांग देखते हैं और उपयुक्त शुभ मुहूर्त निकलवा कर ही उसी अनुसार कार्य को प्रबंधित करते हैं. पंचांग वस्तुत पांच अंगों (तिथि, वार, करण, योग और नक्षत्र) तथा सूर्य चंद्रमा की स्थितियों पर केंद्रित होता है.
इसी आधार पर ज्योतिष शास्त्री शुभ-अशुभ तिथि, काल, शुभ मुहूर्त आदि निर्धारित करते हैं. हिंदू मान्यताओं के अनुसार पंचांग देखे बिना किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करने से कार्य पूरी होने की कम संभावना रहती है. आइये देखते हैं आज 28 अक्टूबर 2024, दिन सोमवार का पंचांग क्या कहता है. ये भी पढ़े:27 October 2024 Ka Panchang: आज रमा एकादशी व्रत है! जानें आज के पंचांग में शुभ-अशुभ काल, सूर्य-चंद्र की स्थिति आदि के साथ रमा एकादशी के उपाय!
आज 28 अक्टूबर 2024 का पंचांग
आज कार्तिक कृष्ण पक्ष एकादशी, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), आश्विन. एकादशी तिथि 07.51 AM तक उपरांत द्वादशी लग जाएगी. नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी 03.24 PM तक उपरांत उत्तर फाल्गुनी. ब्रह्म योग 06.47 AM तक, उसके बाद इन्द्र योग. करण बालव 07.51 AM तक, बाद कौलव 09:10 PM तक, बाद तैतिल.
आज 28 अक्टूबर 2024, दिन सोमवार को राहु 07.58 AM से 09.22 AM तक है. 10.11 PM तक चन्द्रमा सिंह उपरांत कन्या राशि पर और सूर्यः तुला राशि पर है संचार करेगा.
ब्रह्म योगः 05.57 AM (27 अक्टूबर) से 06.47 AM (28 अक्टूबर)
व्रत एवं पर्वः रमा एकादशी एवं गोवत्स द्वादशी
सूर्योदयः 06.34 AM
सूर्यास्तः 05.47 PM
चन्द्रोदयः 02.53 AM (28 अक्टूबर)
चन्द्रास्तः 03.35 PM (28 अक्टूबर)
अग्निवासः आकाश
दिशा शूलः पूर्व
शिववासः कैलाश पर
सूर्यः तुला राशि पर है
चन्द्रमाः 10.11 PM (28 अक्टूबर) तक सिंह राशि उपरांत कन्या राशि पर संचार करेगा
देखें आज 28 अक्टूबर 2024 का पंचांग टेबल
तिथि | 07.51 AM तक उपरांत द्वादशी लग जाएगी |
पक्ष | कृष्ण |
वार | सोमवार |
नक्षत्र | नक्षत्र पूर्व फाल्गुनी 03.24 PM तक उपरांत उत्तर फाल्गुनी. |
योग | ब्रह्म योगः 05.57 AM तक से 06.47 AM (28 अक्टूबर) |
राहुकाल | 07.58 AM से 09.22 AM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 06.34 AM से 05.47 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 02.53 AM (28 अक्टूबर) 03.35 PM |
दिशा शूल | पूर्व |
चंद्रमा राशि | 10.11 PM (28 अक्टूबर) तक सिंह राशि बाद कन्या राशि |
सूर्य राशि | सूर्य -तुला राशि में |
शुभ मुहूर्त, 28 अक्टूबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 04.58 AM से 05.46 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11.48 AM से 12.33 PM |
गोधुलि बेला | 12.01 PM से 01.37 PM |
निशिता काल | 11.29 PM से 12.16 AM, (29 अक्टूबर 2024) |
अमृत काल | 08.11 AM से 09.59 AM |
विजय मुहूर्त | 02.10 AM से 03.03 AM |
आज 28 अक्टूबर का अशुभ काल
राहूकालः 07.58 AM से 09.22 AM
यम गण्डः 10.46 AM से 12.10 PM
कुलिकः 01.34 PM से 02.58 PM
दुर्मुहूर्तः 12.33 PM से 01.17 PM एवं 02.47 PM से 03.32 PM
वर्ज्यम्- 11.33 PM से 01:22 AM
आज का शुभ मुहूर्त
प्रदोष कालः 06.01 PM से 07.11 PM
अभिजीत मुहूर्तः 11.48 AM से 12.33 PM
अमृत कालः 08.11 AM से 09.59 AM
ब्रह्म मुहूर्तः 04.58 AM से 05.46 AM
विजय मुहूर्तः 02.10 AM से 03.03 AM
गोधूलि मुहूर्तः 12.01 PM से 01.37 PM
निशिता कालः 11.29 PM से 12.16 AM, (29 अक्टूबर 2024)
आज का पर्व रमा एकादशी एवं गोवत्स द्वाद्वशी पर उपाय
आज 07.50 AM (28 अक्टूबर 2024) पर रमा एकादशी खत्म हो जाएगा. इसके बाद गोवत्स द्वाद्वशी एवं वसु बारस पर्व मनाये जाएंगे. महाराष्ट्र में इस पर्व को वासु बरस के नाम से जानते हैं, जबकि गुजरात में गोवत्स द्वादशी को वाघ बरस के नाम के जाना जाता है. मान्यतानुसार इस दिन गाय बछड़े की संयुक्त पूजा करते हैं, इसलिए आज गाय दूध नहीं पीना चाहिए. इस दिन गाय को हरा चारा अथवा गुड़ रोटी खिलाने से घर-परिवार को कभी आर्थिक संकट नहीं होता.