Supermoon 2022: जब चंदा मामा दूर के नहीं रहेंगे! कब और कैसे देखें धरती से विशालकाय चंद्रमा! जानें क्या दुष्परिणाम आ सकते हैं इस वजह से!
इस वर्ष 2022 का सबसे बड़ा सुपरमैन इसी 13 जुलाई बुधवार को देखा जा सकता है. जानें इस संदर्भ में खगोल शास्त्री क्या कहते हैं .
इस वर्ष 2022 का सबसे बड़ा सुपरमैन इसी 13 जुलाई बुधवार को देखा जा सकता है. जानें इस संदर्भ में खगोल शास्त्री क्या कहते हैं .
इस वर्ष 13 जुलाई की रात आकाश दूध-सा उज्ज्वल और चंद्रमा की शीतल रोशनी से दैदीप्यमान दिखेगा, क्योंकि इस दिन पृथ्वीवासी चंदा मामा को एक 'सुपरमून' के रूप में देख सकेंगे. खगोल शास्त्रियों के अनुसार 13 जुलाई बुधवार की रात्रि में चंदा मामा पृथ्वीवासियों के काफी करीब होंगे. कहा जा रहा है कि इस दिन चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी महज 3, 57,264 किमी दूर होगा. इस स्थिति को सुपरमून अथवा स्ट्रॉबेरी मून के नाम से जाना जाता है. इस वर्ष का यह आखिरी सुपरमून होगा, जिसे स्ट्रॉबेरी मून का नाम दिया गया है. गौरतलब है कि गत माह 14 जून 2022, दिन गुरुवार को दिखा था, जिसे अमेरिकन खगोल शास्त्रियों ने वसंत की आखिरी पूर्णिमा के रूप में चिह्नित किया था.
क्या है सुपरमून?
चंद्रमा की इस स्थिति को सुपरमून का नाम 1979 में रिचर्ड नोल नाम ज्योतिष शास्त्री द्वारा दिया गया था, जिसे नासा एजेंसी ने स्वीकृति दी थी. वस्तुतः यह पूर्णिमा की एक प्रभावशाली स्थित है. इसका यह आशय कत्तई नहीं है कि इस दिन चंद्रमा में कुछ विशेष शक्तियां होती होंगी. अथवा चंद्रमा का आकार बढ़ जायेगा. चूंकि इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब आ जाता है, इसलिए अन्य दिनों की तुलना में थोड़ा बड़ा दिखेगा, इसलिए इसमें आम पूर्णिमा की चंद्रमा से कहीं ज्यादा चमकीला दिखाई देता है. खगोल शास्त्रियों के अनुसार इस दिन चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के करीब आ जाता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का तो कहना है कि इस सप्ताह चंद्रमा का यह स्वरूप तीन दिनों तक नजर आ सकता है, लेकिन 13 जुलाई का चंद्रमा सबसे बड़ा होगा. माना जा रहा है कि चंद्रमा जब पृथ्वी के काफी आयेगा तो समुद्र में तीव्र गति का ज्वार, एवं समुद्री तूफान अथवा भीषण बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो सकती है. यह भी पढ़ें : Amarnaath Yatra: 6,415 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से रवाना
ऐसे देखें पास आते चंदामामा को
13 जुलाई को जो चंद्रमा पृथ्वीवासी देखेंगे, वह साल का सबसे बड़ा चंद्रमा होगा. इसे बक-मून या थंडर-मून कहते हैं. इसका यह आशय नहीं कि चंद्रमा का आकार बढ़ जायेगा, बल्कि यह बहुत करीब होने के कारण बड़ा दिखेगा. इतने बड़े चंद्रमा को देखने के लिए रात 12 बजे तक इंतजार करना होगा. प्राप्त सूत्रों के अनुसार रात 12.03 बजे हम एक बड़े चंद्रमा का दर्शन कर सकेंगे. तब निश्चित रूप से चंद्रमा की खूबसूरती में कवि कुछ नई पंक्तियां गढ़ेंगे. चंद्रमा की यह खूबसूरती भारत समेत दुनिया के सभी देशों में नग्न आंखों से निहारी जा सकेगी. यद्यपि दूरबीन से देखने पर यह चंद्रमा ज्यादा आकर्षक दिखेगा. खगोल शास्त्रियों के अनुसार इसके बाद चंद्रमा का यह स्वरूप अगले वर्ष 3 जुलाई 2023 को ही देखने को मिलेगा.