चैत्र मास के आगमन के साथ ही सूर्य की किरणें तीखी होने लगती हैं, जो सेहत के साथ-साथ हमारी त्वचा के लिए भी घातक हो सकती है. सूर्य की तेज किरणों से सनबर्न की शिकायत आम है. इससे त्वचा पर दाने, चकत्ते, काले स्पॉट इत्यादि आ सकते हैं, जिससे खुजली और जलन होती है. इसके पूर्व कि सूर्य की किरणें आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचाएं, आपको चैतन्य हो जाना चाहिए. त्वचा को गर्मी से उपजे संक्रमण से बचाने के लिए प्राकृतिक संसाधनों से युक्त घरेलू उपचार बहुत कारगर होते हैं, वहीं कुछ बातों से बचना भी चाहिए. आइये जानें त्वचा की कमनीयता और स्निग्धता को बरकरार रखने के लिए आपको किन बातों को अमल में लाना चाहिए और किनसे बचना चाहिए.
ऐसा करें!
सन स्क्रीन का प्रयोग करेः घर से बाहर निकलने से पूर्व कम से कम एक औंस सन स्क्रीन त्वचार पर लगाएं एवं लिप बाम या लिपस्टिक लगाएं. जो सन स्क्रीन आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसके लिए सुनिश्चित करें कि यह पानी प्रतिरोधी और 30 सन प्रोटेक्शन फैक्टर (SPF) वाला होना चाहिए. एक बढ़िया सन स्क्रीन आपकी स्किन को यूवीए और यूवीबी दोनों से बचाता है.
शरीर को हाइड्रेट रखेः शरीर को हाइड्रेट रखने से त्वचा संबंधी विकार कम होते हैं. ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्थों, मसलन पानी, ताजे फलों का रस, नारियल पानी आदि का इस्तेमाल करें.
कपड़ों की केमिस्ट्री का भी रखें ख्यालः बाहर निकलने से पूर्व प्योर कॉटन के फुल आस्तीन वाले शर्ट एवं लंबी पैंट पहने. ध्यान रहे कि टाइट कपड़े लूज कपड़ों की तुलना में अधिक धूप रोकते हैं. यह भी पढ़ें : Nightmares remedy 2022: बुरे सपने क्या अशुभता के प्रतीक होते हैं? जानें क्या कहता है स्वप्न शास्त्र?
खीरा और एलोवेरा जेलः खीरे को कद्दूकस से किसकर उसका एक चम्मच रस निकाल लें इसमें एक छोटा चम्मच एलोविरा जेल की मिलायें. एलोविरा यूज करने से पहले उसे तोड़कर थोड़ी देर रखें और उसमें से निकल रहे पीले पदार्थ को हटा दें. इस लेप को किसी बाउल में रखकर फ्रिज में थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दें. आधे घंटे बाद इसे चेहरे और बांहों में लगाएं. 15 मिनट के बाद लेप लगे हिस्सों को गुनगुने पानी से धो लें. इससे त्वचा को राहत और सनबर्न से मुक्ति मिलेगी और त्वचा की कमनीयता बरकरार रहेगी.
चंदन-गुलाब का लेपः चंदन और गुलाब दोनों की शीतलता के प्रतीक होते हैं. एक छोटा चम्मच चंदन पाउडर में इतना ही गुलाब जल अच्छी तरह से मिलाकर लेप तैयार करें. इस लेप की शरीर चेहरे और बाहों में लगाएं. आधे घंटे के बाद चेहरे को सामान्य पानी से धो लें. सप्ताह में कम से कम तीन बार रात को सोने से पूर्व इस पेस्ट का इस्तेमाल करें. आपेक्षित लाभ मिलेगा.
ऐसा करने से बचें!
समुद्री किनारों से दूर रहेः याद रखें गर्मी के दिनों में पानी और रेत के पास जाने से बचे. इन स्थानों पर सूर्य की किरणें ज्यादा हार्मफुल होती हैं, जिसकी वजह से आपके सन-बर्न होने की संभावना कई गुना बढ़ सकती है.
छाया नियमों का पालन करेः कोशिश करें कि दिन 10 बजे से दोपहर 4 बजे तक तेज धूप से दूर रहें. अगर आप वर्किंग वुमेन हैं और आपका फील्ड वर्क ज्यादा है, तो किसी इंटीरियर स्थानों में कार्य या मुलाकात को प्राथमिकता दें. आप छाया नियमों पर ध्यान दें, यानी आपकी छाया अगर आपसे छोटी हैं तो समझ लीजिये कि आप सूर्य की प्रचण्डता का शिकार हो रहे हैं, आप कार्य करने के लिए छाया वाली जगह तलाशिये.
फेसियल एवं ब्लीचिंग से बचेः अगर आपकी त्वचा में कोई समस्या आ गयी है तो आपको चेहरे पर ब्लीच नहीं करना चाहिए. इससे त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है.
लिक्विड या ठोस साबुन का इस्तेमाल नहीं करेः तेज गर्मी के दिनों में साबुन का इस्तेमाल बंद कर क्रीम बेस्ड फेश वॉश का इस्तेमाल करना चाहिए. सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल ना करेः सनबर्न होने पर त्वचा पर किसी भी प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. यह आपके चेहरे के लिए घातक हो सकता है.