नई दिल्ली: सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण आगामी शुक्रवार के दिन दिखाई देगा. जो सदियों तक याद रखा जाएगा. इस बार का ग्रहण 1 घंटा 45 मिनट तक का होगा. इसी कड़ी बताना चाहते है कि बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार दोपहर से शनिवार सुबह तक बंद रहेंगे. ऐसा चंद्र ग्रहण के कारण हो रहा है. इसके साथ ही चंद्र ग्रहण की अवधि में मंदिर परिसर में पूजा पाठ भी नहीं होगी. बता दें कि 150 साल बाद लोगों को इतना लंबा चंद्रग्रहण दिखाई देने वाला है. जिस ग्रहण की समय सीमा 3 घंटे 55 मिनट तक रहेगा. खगोलशास्त्री के अनुसार चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा की रात में ही होता है. एक साल में अधिकतम तीन बार पृथ्वी के पास से चंद्रमा गुजरता है तब जाकर चंद्रग्रहण लगता है.
ज्ञात हो कि श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पीआरओ डॉ. हरीश गौड ने बताया कि चंद्र ग्रहण के सूतक काल से पहले 27 जुलाई को श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट दिन में 12 बजकर 30 मिनट एवं श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट दिन में 2 बजकर 54 मिनट पर बंद हो जाएंगे.
गौड ने आगे बताया कि दूसरे दिन सुबह ग्रहण समाप्त होने के बाद नियमित पूजा अर्चना के लिए उन्हें फिर से खोल दिए जायेंगे. चंद्र ग्रहण का आरंभ रात्रि 11 बजकर 54 मिनट पर हो रहा है. ग्रहण काल 28 जुलाई प्रात: 3 बजकर 49 मिनट तक रहेगा.
खगोलशास्त्रियों की माने तो इस बार का चंद्रग्रहण बेहद अनोखा और खास होगा क्योंकि इसका प्रभाव करीब 4 घंटे तक का होगा. वही 28 जुलाई को श्री बदरीनाथ मंदिर एवं श्री केदारनाथ मंदिर प्रात: काल अपने निर्धारित समय पर दर्शनार्थ खुलेंगे.
बताना चाहते है कि इस चंद्र ग्रहण में चंद्रमा लाल रंग का दिखेगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है. इस दौरान चांद देखने की उत्सुकता रहती है.