Narali Purnima Greetings 2022: नारियली पूर्णिमा पर ये ग्रीटिंग्स GIF Images और HD Wallpapers के जरिए भेजकर दें बधाईयां

श्रावण पूर्णिमा (Shravana Purnima 2022) को आमतौर पर महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में, विशेष रूप से तटीय महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में नारियाल पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है. नारियल पूर्णिमा के दिन, भक्त समुद्र के देवता वरुण भगवान की पूजा करते हैं और उन्हें नारियल चढ़ाते हैं. ऐसा माना जाता है कि श्रावण पूर्णिमा के शुभ दिन समुद्र के देवता की पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और वह सभी प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से मछुआरों की रक्षा करेंगे..

Narali Purnima 2022 (Photo Credits: File Image)

Narali Purnima Greetings 2022: श्रावण पूर्णिमा (Shravana Purnima 2022) को आमतौर पर महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में, विशेष रूप से तटीय महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में नारियाल पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है. नारियल पूर्णिमा के दिन, भक्त समुद्र के देवता वरुण भगवान की पूजा करते हैं और उन्हें नारियल चढ़ाते हैं. ऐसा माना जाता है कि श्रावण पूर्णिमा के शुभ दिन समुद्र के देवता की पूजा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और वह सभी प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से मछुआरों की रक्षा करेंगे. महाराष्ट्र के ब्राह्मण इस दिन श्रावणी उपकर्म अनुष्ठान करते हैं. वे इस दिन फलाहार व्रत रखते हैं और व्रत के दौरान केवल नारियल ही खाते हैं. इसलिए, तटीय महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में, श्रावण पूर्णिमा के दिन को नारियल पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है. यह भी पढ़ें: Sister’s Day 2022: क्यों मनाते हैं सिस्टर्स डे? जानें भारत में बहनों के रिश्तों की क्या है अहमियत? और कैसे सेलिब्रेट करें सिस्टर्स डे?

नारियाल पूर्णिमा के दिन, लोग प्रकृति के प्रति सम्मान और कृतज्ञता दिखाने के लिए पेड़ लगाते हैं. नारियाल पूर्णिमा को नारली पूर्णिमा के रूप में भी उच्चारित किया जाता है और इसे नारीली पूर्णिमा के रूप में लिखा जाता है. नारली पूर्णिमा त्योहार जिसे नारियल दिवस के रूप में भी जाना जाता है, समुद्र देवता वरुण को समर्पित एक महत्वपूर्ण त्योहार है. नारली पूर्णिमा या नारियल त्योहार का हिंदू त्योहार भारत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों के मछुआरे समुदाय द्वारा बहुत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है. यह हिंदू कैलेंडर में 'श्रावण' के महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और इसलिए इसे 'श्रवण पूर्णिमा' कहा जाता है. इस वर्ष नारली पूर्णिमा 12 अगस्त 2022 को पड़ रही है. इस दिन लोग एक दूसरे को ग्रीटिंग्स भेजकर शुभकामनाएं देते हैं.

1. नारियली पूर्णिमा की बधाई

Narali Purnima 2022 (Photo Credits: File Image)

2. नारियली पूर्णिमा की शुभकामनाएं

Narali Purnima 2022 (Photo Credits: File Image)

3. हैप्पी नारियली पूर्णिमा

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4. नारियली पूर्णिमा की हार्दिक बधाई

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5. नारियली पूर्णिमा 2022

Narali Purnima 2022 (Photo Credits: File Image)

इस दिन श्रावणी उपकर्म करने वाले महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण उस दिन फलाहार व्रत रखते हैं और व्रत के दौरान सिर्फ नारियल ही खाते हैं. कोंकण और तटीय महाराष्ट्र में श्रावण पूर्णिमा के दिन को नारियाल पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. लोग नरियल पूर्णिमा के दिन प्रकृति के प्रति अपना सम्मान और कृतज्ञता दिखाने के लिए पेड़ भी लगाते हैं. नारियाल पूर्णिमा को नारली पूर्णिमा (नारळी पूर्णिमा) के रूप में भी उच्चारित किया जाता है.

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