Interesting Facts: ‘किस’ करते समय आंखें बंद क्यों हो जाती हैं? जानें ऐसे ही कुछ रोचक फैक्ट!
रोजमर्रा के जीवन में अक्सर हम कुछ ऐसी बातों से गुजरते हैं, जिस पर विशेष ध्यान नहीं देते, लेकिन ऐसा क्यों होता है, इस सवाल पर हमारे पास कोई जवाब नहीं होता, और जब उसके पीछे छिपे फैक्ट से परिचय होता है, तो दांतों तले उंगलियां दबा लेते हैं. यहां कुछ ऐसे ही फैक्ट्स पर हम बात करेंगे...
रोजमर्रा के जीवन में अक्सर हम कुछ ऐसी बातों से गुजरते हैं, जिस पर विशेष ध्यान नहीं देते, लेकिन ऐसा क्यों होता है, इस सवाल पर हमारे पास कोई जवाब नहीं होता, और जब उसके पीछे छिपे फैक्ट से परिचय होता है, तो दांतों तले उंगलियां दबा लेते हैं. यहां कुछ ऐसे ही फैक्ट्स पर हम बात करेंगे...यह भी पढ़ें: पुरुषों और महिलाओं की कंफेशंस क्यों वे सेक्शुअली अपने बॉस के प्रति आकर्षित रहते हैं
‘किस’ करते समय आंखें बंद क्यों हो जाती हैं?
अकसर कपल्स जब एक दूसरे का चुंबन लेते हैं, तो दोनों की आंखें बंद हो जाती हैं. क्या कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? इस संदर्भ में 'यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन' की एक शोध के अनुसार किस यानी चुंबन के दौरान कपल्स का दिमाग एक से ज्यादा क्रियाओं में समान रूप से सक्रिय होने में असमर्थ रहता है. रिपोर्ट में पाया गया कि विजुअल टास्क के साथ अगर अन्य क्रियाएं जारी रहती हैं तो ध्यान बंट जाता है. शोध से पूर्व एक प्रयोग हेतु सेंस ऑफ टच के साथ विजुअल टास्क भी दिया गया. परफॉरमेंस में पाया गया कि जब कपल्स की आंखें दूसरे कामों में व्यस्त थीं तो सेंस ऑफ टच में वे एकाग्र नहीं हो सके. शोधकर्ताओं ने बताया कि किसिंग और सेक्स के वक्त हमारा फोकस सेंस ऑफ टच पर होता है, न कि किसी विजुअल टास्क पर.
जींस में छोटी पॉकेट क्यों होती है?
माना जाता है कि जींस का चलन खदान में काम करने वाले मजदूरों के लिए किया गया था. तब यह जींस तंबू बनाने वाले कपड़े से बनती थी, उस वक्त रिस्ट वॉच के बजाय पॉकेट वॉच का चलन था. मजदूर अगर अपने पॉकेट वॉच को सामने के बड़े पॉकेट में रखते तो उनके गिरने या टूटने की संभावना होती थी. इस जरूरत को देखते हुए वॉच पॉकेट का प्रयोग किया गया. यानी जीन्स में कुल चार पॉकेट होते थे, दो सामने, एक पीछे और एक वॉच पॉकेट. बदलते समय के साथ पॉकेट तो मजदूरों वाली ही रहा, लेकिन उसके नाम बदलते रहे. मसलन फ्रंटियर पॉकेट, कंडोम पॉकेट, कॉइन पॉकेट, मैच पॉकेट और टिकट पॉकेट.
शादी की पहली रात दुल्हन का कमरा फूलों से क्यों सजाते हैं?
हिंदू धर्म में विवाह वर-वधु के लिए बहुत पवित्र-बंधन माना जाता है. आप विवाहित हैं तो आपका भी अनुभव होगा कि शादी की पहली रात भाभियां और बहने वर को दुल्हन के कमरे में ले जाती हैं. वह कमरा एवं बिस्तर फूलों से सजा होता है. कुछ लोग इत्र भी छिड़कते हैं. यह प्रथा बरसों से चली है. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि ऐसा क्यों करते हैं. मान्यता है कि नये जीवन की शुरुआत करने जा रहे कपल्स के लिए पुष्प और इत्र सौभाग्य का प्रतीक होते हैं. ये फूल वातावरण को रोमांटिक तो बनाते ही हैं, साथ ही उसकी सुगंध कामेच्छा को भी बढ़ाता है. दुल्हन के कमरे को लाल गुलाब और चमेली के फूलों से सजाया और इत्र से महकाया जाता है. दोनों की खुशबू किसी को भी मदहोश करने के लिए काफी होता है.