How To Break Fast on Karwa Chauth 2022? मानसून अथवा काले बादलों के कारण चंद्र-दर्शन नहीं हो पा रहा है तो इस उपाय से करें व्रत का पारण!
पति की दीर्घायु एवं अच्छी सेहत के लिए सुहागन महिलाएं करवा चौथ का कठिन व्रत रखती हैं. करवा चौथ का यह व्रत सूर्योदय से शुरू होकर चंद्रोदय पर सम्पन्न होता है. चंद्रमा के उदय होने पर महिलाएं छलनी के माध्यम से पहले चंद्रमा का, फिर पति का दर्शन करती हैं, इसके उपरांत पति के हाथों जल पीकर व्रत का पारण करती हैं.
पति की दीर्घायु एवं अच्छी सेहत के लिए सुहागन महिलाएं करवा चौथ का कठिन व्रत रखती हैं. करवा चौथ का यह व्रत सूर्योदय से शुरू होकर चंद्रोदय पर सम्पन्न होता है. चंद्रमा के उदय होने पर महिलाएं छलनी के माध्यम से पहले चंद्रमा का, फिर पति का दर्शन करती हैं, इसके उपरांत पति के हाथों जल पीकर व्रत का पारण करती हैं. इन दिनों जिस तरह से देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की अंतिम बारिश हो रही है, इस वजह से आकाश में काले बादल छाये हुए हैं, ज्योतिष शास्त्रियों को आशंका है कि ऐसी स्थिति में करवा चौथ की रात चंद्र दर्शन में बाधाएं आ सकती हैं. बारिश, बादल अथवा किन्हीं अन्य वजहों से चंद्र दर्शन में बाधा आती है तो व्रती महिलाएं कैसे करें व्रत का पारण?
हिंदी पंचांगों के अनुसार इस वर्ष करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की चतुर्थी के दिन (13 अक्टूबर 2022 गुरुवार) को रखा जायेगा. परंपरानुसार यह एक दिन का निर्जला व्रत होता है, और हिंदू धर्म के सबसे कठिन व्रत माना जाता है. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से पूर्व सरगी का सेवन करने के पश्चात चंद्रोदय तक व्रत रहने के बाद चंद्रमा की पूजा करने के पश्चात ही अपने पति के हाथों जल पीकर व्रत तोड़ती हैं. लेकिन जैसी कि चर्चा है, कि चंद्र दर्शन में संभावित बाधाओं को लेकर सकता है देश के कुछ या ज्यादा हिस्सों में चंद्र दर्शन में मौसम विलेन बन सकता है. अगर ऐसी स्थिति आपके शहर में उत्पन्न होती है तो उपवासी महिलाओं के व्रत तोड़ने कुछ सुझाव यहाँ दिए जा रहे हैं. यह भी पढ़ें : Karwa Chauth 2022 Moon Rise Timings: करवा चौथ पर मुंबई, दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के प्रमुख शहरों में देखें चांद निकलने का समय
इससे पहले करवा चौथ की रात अगर कोई उपवासी महिला किसी कारण से चांद का दर्शन नहीं कर पाती है तो उसे भूखे-प्यासे रहकर सुबह के सूर्योदय का इंतजार करना पड़ता था. इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी है. लेकिन आज के तकनीकी दौर में लोगों ने इसका भी विकल्प ढूंढ निकाला है. गत वर्ष कुछ ऐसा ही हुआ था. जब काले घने बादल निकले होने के बावजूद लोगों ने चंद्र दर्शन किया और साथ ही अपने प्यारे पति के हाथों व्रत का पारण किया. आखिर कैसे हुआ काले बादलों के बीच चंद्र दर्शन?
ऐसे हुआ चंद्रमा का दर्शन!
गत वर्ष करवा चौथ की रात देश के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही थी, चंद्रोदय होने के बावजूद चंद्रमा नहीं दिखा, तब कुछ व्रती महिलाओं को अन्य शहर में रहने वाली दूसरी महिला ने बताया कि यहां आसमान साफ है और चंद्रमा महोदय पूरी तरह से खिले-खिले नजर आ रहे हैं. प्रमाण के तौर पर उन्होंने मोबाइल वीडियो ऑन करके चंद्रमा दिखाया भी. चंद्र दर्शन के लिए व्याकुल महिला ने अपनी बहन से प्रार्थना की कि वे वीडियो ऑन रखें. और वीडियो में ही व्रती महिला ने लाइव चंद्रमा का दर्शन करने और अर्घ्य देने के बाद पति के हाथों जल पीकर अपना व्रत तोड़ा. बाद में ज्योतिषियों ने भी चंद्र दर्शन का यह कारगर तरीका माना. ऐसे में उम्मीद करनी चाहिए कि अगर इस बार भी करवा चौथ में बादल अथवा मानसून विलेन बनने की कोशिश करे, तो व्रती महिला को हताश होने या सुबह तक सूर्य दर्शन का इंतजार करने की मजबूरी नहीं रहेगी, वे निरंतर मोबाइल पर ऐसे लोगों के साथ संपर्क में रहें, जहां आकाश साफ हो, और आसानी से चंद्र दर्शन हो सके.