रिसर्च के अनुसार ज्यादा फास्ट फूड आउटलेट वाले क्षेत्रों में हार्टअटैक के मामले ज्यादा पाए गए

ये सबको पता है कि फास्ट फूड खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है, वहीं शोधकर्ताओं में से एक भारतीय रिसर्चर ने पाया कि, अधिक संख्या में फास्ट फूड आउटलेट वाले क्षेत्र में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा पाए गए है.

प्रतीकात्मक तस्वीर, (Photo credits: Pixabay)

सिडनी 14 अगस्त: ये सबको पता है कि फास्ट फूड खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है, वहीं शोधकर्ताओं में से एक भारतीय रिसर्चर ने पाया कि, अधिक संख्या में फास्ट फूड आउटलेट वाले क्षेत्र में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा पाए गए है. यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक अतिरिक्त फास्ट फूड आउटलेट पर फ़ास्टफ़ूड खाने वाले लोगों को हर साल एक लाख लोगों में चार अतिरिक्त लोगों को दिल का दौरा पड़ा.

रिसर्च से निष्कर्ष निकला कि ग्रामीण और महानगरीय क्षेत्रों में लगातार बढ़ती उम्र, मोटापा, उच्च रक्त लिपिड, उच्च रक्तचाप, धूम्रपान की स्थिति और मधुमेह की बीमारियां थीं, जिससे पता चलता है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छा खाना बहुत जरूरी है. इस निष्कर्ष में खाद्य पर्यावरण के महत्व पर जोर दिया गया है, ये जानकारी ऑस्ट्रेलिया में न्यूकैसल विश्वविद्यालय के भारतीय मूल के शोधकर्ता तरुणप्रीत सलूजा ने दी. इस पूर्वव्यापी कोहोर्ट अध्ययन में 2011 और 2013 के बीच दिल के दौरे के कारण अस्पताल में 3,070 रोगियों को भर्ती किया गया था.

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शोधकर्ताओं ने प्रत्येक स्थानीय सरकारी क्षेत्र के भीतर आउटलेट की कुल संख्या दर्ज की और फास्ट फूड रेस्तरां के घनत्व और दिल के दौरे की घटनाओं के बीच सहयोग का विश्लेषण करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों की तुलना की. "फास्ट फूड की मांग ग्रामीण और महानगरीय क्षेत्रों में बढ़ती जा रही है. रिसर्चर ने कहा. “यह अध्ययन स्वास्थ्य पर खाद्य पर्यावरण के प्रभाव पर प्रकाश डालता है. फास्ट फूड आउटलेट के स्थान और घनत्व को विनियमित करने के अलावा, स्थानीय क्षेत्रों को स्वस्थ भोजन के साथ सुपरमार्केट में अच्छी पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए, ये बात ”नीदरलैंड के लीडेन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर जेरो बैक्स ने कही.

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