Heat Stroke Prevention: भीषण गर्मी से देशभर में 43 लोगों की मौत! जानें हीट स्ट्रोक के लक्षण, इससे बचने के तरीके और इलाज

हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है और शरीर ठंडा नहीं हो पाता. इससे कई अंगों को नुकसान पहुँच सकता है और जान भी जा सकती है.

देश में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से भी ऊपर पहुंच गया है. इस भीषण गर्मी में लोगों को हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है और इस वजह से देशभर में 43 लोगों की मौत हो चुकी है.

हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है और शरीर ठंडा नहीं हो पाता. इससे कई अंगों को नुकसान पहुँच सकता है और जान भी जा सकती है.

हीट स्ट्रोक के लक्षण

हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ये सावधानियाँ ज़रूरी हैं

पर्याप्त पानी पिएं: गर्मी में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत ज़रूरी है. पानी के साथ-साथ छाछ, नींबू पानी, नारियल पानी भी पी सकते हैं.

हल्के रंग के कपड़े पहनें: गहरे रंग के कपड़े ज़्यादा गर्मी सोखते हैं, इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहनें.

धूप में कम समय बिताएं: ज़्यादा देर तक धूप में रहने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ज़रूरत पड़ने पर ही धूप में निकलें और छाता या टोपी का इस्तेमाल करें.

ठंडे पानी से स्नान करें: गर्मी से राहत पाने के लिए ठंडे पानी से नहाएं.

गर्मी में भारी खाना न खाएं: भारी भोजन पचाने में शरीर को ज़्यादा ऊर्जा लगती है, जिससे आप थकान महसूस कर सकते हैं. हल्का और पौष्टिक खाना खाएं.

शरीर को ढीला रखें: ज़्यादा व्यायाम करने से भी हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. गर्मी में ज़्यादा व्यायाम न करें.

बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें: बच्चों और बुजुर्गों में हीट स्ट्रोक का खतरा ज़्यादा होता है, इसलिए उनका खास ख्याल रखें.

हीट स्ट्रोक का इलाज: जानिए कैसे करें प्राथमिक उपचार

हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है और अगर आपको या किसी और को हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लेना ज़रूरी है. लेकिन डॉक्टर के आने तक कुछ प्राथमिक उपचार करने से स्थिति को और खराब होने से रोका जा सकता है-

1. ठंडा करने का प्रयास करें

ठंडे पानी से नहलाएं: व्यक्ति को तुरंत ठंडे पानी से नहलाएं. पानी को ठंडा रखने के लिए आप बर्फ के टुकड़े भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

ठंडे कपड़े या बर्फ के पैक लगाएं: व्यक्ति के शरीर के विभिन्न हिस्सों पर ठंडे कपड़े या बर्फ के पैक लगाएं, जैसे गर्दन, बगल, कमर और जांघ.

ठंडी हवा दें: अगर मौसम ठंडा हो, तो व्यक्ति को खुली हवा में रखें ताकि उन्हें ठंडी हवा मिल सके.

2. शरीर को ठीक से रखें

3. द्रवपान कराएं

4. तुरंत डॉक्टरी सलाह लें

हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है, इसलिए डॉक्टरी सलाह लेना बहुत ज़रूरी है. प्राथमिक उपचार के बाद भी अगर व्यक्ति का तापमान कम नहीं होता है या उनकी हालत बिगड़ती है, तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएं या उन्हें अस्पताल ले जाएं.

याद रखें: हीट स्ट्रोक को गंभीरता से लें और समय रहते उपचार कराएं. जल्दी उपचार से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है और व्यक्ति को ठीक होने में मदद मिल सकती है.

हीट स्ट्रोक से बचने के लिए भी उचित कदम उठाएं:

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