Kegel Exercise: कीगल एक्सरसाइज कैसे करें? वीडियो में देखें स्टेप्स और इस व्यायाम को करने का सही तरीका
कीगल एक्सरसाइज को पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज भी कहा जाता है. पेल्विक फ्लोर में निचले हिस्से की मांसपेशियों में ब्लैडर, यूटरस, वजाइना और रेक्टम शामिल है. इसे किसी भी उम्र की महिला और पुरुष कर सकते हैं, लेकिन इसका पूरा लाभ लेने के लिए इसे सही तरीके से करना जरूरी है.
Kegel Exercise: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, जिससे न सिर्फ उनकी सेहत प्रभावित हो रही है, बल्कि सेक्स लाइफ (Sex Life) पर भी इसका दुष्परिणाम देखने को मिलता है. खासकर, अगर आपकी सेक्स लाइफ में कोई रोमांच नहीं रह गया है तो एक खास एक्सरसाइज करके आप अपने अंतरंग रिश्ते में नया जोश भर सकते हैं. इस एक्सरसाइज का नाम कीगल एक्सरसाइज (Kegel Exercise) है, जिसे पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic Floor Exercise) भी कहा जाता है. पेल्विक फ्लोर में निचले हिस्से की मांसपेशियों में ब्लैडर, यूटरस, वजाइना और रेक्टम शामिल है. इसे किसी भी उम्र की महिला और पुरुष कर सकते हैं, लेकिन इसका पूरा लाभ लेने के लिए इसे सही तरीके से करना जरूरी है.
क्या है कीगल एक्सरसाइज?
पेल्विक मांसपेशियां कूल्हों के बीच के हिस्से की मांसपेशियों को कहा जाता है, जो यूटरस, मूत्राशय, छोटी आंत और मलाशय को नियंत्रित करने का काम करती है. कीगल एक्सरसाइज से पेल्विक मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे सेक्स लाइफ बेहतर होती है और मूत्राशय के साथ-साथ गर्भाशय से संबंधित समस्याएं ठीक होती हैं.
कीगल एक्सरसाइज कैसे करें?
- कीगल एक्सरसाइज को किसी शांत जगह पर बैठकर या लेटकर किया जा सकता है.
- एक्सरसाइज के दौरान पेल्विक मांसपेशियों को कुछ देर ढीला छोड़क फिर कुछ देर सिकोड़कर रखें.
- इस दौरान कमर, पेट और जांघों की मांसपेशियों को ढीला रखना चाहिए.
- मांसपेशियों को सिकोड़ने और छोड़ने के लिए 5 सेकेंड का समय लें. इस प्रक्रिया को 10 से 20 बार दोहराया जा सकता है.
- कीगल एक्सरसाइज को दिन में 2 से 3 बार करने से आपको जल्द ही इसका फायदा दिखने लगेगा. यह भी पढ़ें: सेक्स लाइफ में नया जोश भरती है कीगल एक्सरसाइज, इन स्वास्थ्य समस्याओं से भी मिलती है निजात
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कीगल एक्सरसाइज के फायदे
इससे सेक्स के दौरान कामोत्तेजना को बढ़ाने में मदद मिलती है. इस एक्सरसाइज को लगातार करने से गर्भवती महिलाओं के नार्मल डिलीवरी की अधिक संभावना होती है. इसके अलावा इसकी मदद से रजोनिवृत्ति के समय महिलाओं को ज्यादा तकलीफ नहीं होती है. महिलाओं की तरह पुरुषों के लिए भी यह एक्सरसाइज काफी फायदेमंद है. इससे पुरुषों का पेल्विक फ्लोर मजबूत होता है. उनके प्राइवेट पार्ट में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे सेक्स के दौरान उनकी उत्तेजना बढ़ती है. सेक्स क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ यह मूत्र नियंत्रण की समस्या में सुधार लाने में भी मददगार होता है.