'डकार' की समस्या को न करें नजरअंदाज, ये बीमारियां हो सकती हैं इसके लिए जिम्मेदार
कभी-कभी डकार आना भले ही आम बात है, लेकिन अगर डकार बार-बार आने लगे तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ इशारा करता है.
खाना खाने के बाद अक्सर डकार (Burping) आती है, जिसे लोग पाचन (Digestion) से जुड़ी एक साधारण सी क्रिया मानते हैं. आमतौर पर कहा जाता है कि डकार लेना एक प्राकृतिक क्रिया (Natural Process) है और यह भोजन हजम होने का महज एक संकेत होता है, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है. कभी-कभी डकार आना भले ही आम बात है, लेकिन अगर डकार बार-बार आने लगे (Excessive Burping) तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ इशारा करता है. दरअसल, जब खाने के साथ ज्यादा मात्रा में हवा पेट के भीतर चली जाती है तो डकार के माध्यम से वो बाहर निकलती है.
अगर आपको बार-बार डकार आती है और आप इसे पाचन से जुड़ी एक क्रिया समझ कर लगातार नजरअंदाज करते आ रहे हैं तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि बार-बार डकार आना स्वास्थ्य से जुड़ी इन समस्याओं (health Problems) की तरफ इशारा करता है.
इन वजहों से आती है डकार
- बड़े-बड़े कौर और जल्दी-जल्दी खाने की चीजें खाना.
- खाना खाते समय या उबासी लेते समय ज्यादा मुंह खोलना.
- कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, जंक फूड जैसी गैस बनाने वाली चीजों का सेवन.
- पेट खाली होने पर पेट की खाली जगह में हवा भर जाना.
- खराब पाचन, कब्ज और अपच जैसी पेट से जुड़ी समस्याएं. यह भी पढ़ें: पार्टनर के साथ सोना है सेहत के लिए लाभदायक, कहीं आप इन फायदों से अंजान तो नहीं
1- कब्ज की शिकायत
अगर आपको बार-बार डकार आती है तो इसकी वजह कब्ज हो सकती है. जी हां, जिन लोगों को ज्यादा डकार आती है उनमें से करीब 30 फीसदी लोगों में कब्ज की शिकायत पाई जाती है. कब्ज के कारण आपको डकार न आए, इसके लिए खाने में पर्याप्त मात्रा में फाइबर युक्त चीजों को शामिल करें.
2- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम
अगर आपको बार-बार डकार आती है तो यह इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का संकेत हो सकता है. इससे पीड़ित रोगी को कब्ज, पेट दर्द, मरोड़ और दस्त की समस्या हो सकती है. हालांकि अब तक इरिटेबल बाउल सिंड्रोम का कोई कारगर इलाज मौजूद नहीं है. इसके अलावा पेप्टिक अल्सर की वजह से भी ज्यादा डकार आ सकती है.
3- डिप्रेशन की समस्या
अगर आपको बार-बार डकार आती है तो यह मुमकिन है कि आप डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित हैं, इसलिए आपको ये परेशानी हो रही है. दरअसल, दिमाग और पेट के बीच गहरा संबंध है. अगर आप दिमागी तौर पर परेशान हैं तो इसका असर आपके पेट पर भी दिखाई दे सकता है. अगर आप डिप्रेशन की समस्या से परेशान हैं तो इससे प्रभाव आपके पेट पर भी पड़ सकता है. यह भी पढ़ें: ग्रीन टी को लेकर ज्यादातर लोग मन में बना लेते हैं ये धारणाएं, कहीं आप भी उनमें शामिल तो नहीं
4- पेट का अल्सर
पेट के अल्सर के कारण भी बार-बार डकार आती है. दरअसल, ज्यादा डकार आने की वजह से पेट में कब्ज, गैस, दस्त और मरोड़ जैसी परेशानियां हो सकती हैं. हालांकि कई बार लोग डकार को आम प्रक्रिया समझकर इसे नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके कारण पेट के अल्सर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है.
5- एरोफेजिया होने पर
अगर खाना खाते समय खाने के साथ-साथ ज्यादा हवा पेट के भीतर चली जाती है और डकार आने लगती है तो इस स्थिति को एरोफेजिया कहते हैं. इस समस्या से बचने का सबसे बेहतर उपाय है कि आप खाना खाते समय छोटे-छोटे निवाले लें और मुंह बंद करके खाने को धीरे-धीरे अच्छी तरह से चबाकर खाएं.
गौरतलब है कि कई दफा गैस्ट्रोसोफेजिअल रिफ्लक्स डिजीज या सीने में तेज जलन होने की वजह से भी बार-बार डकार आने की समस्या हो सकती है. हालांकि जीवनशैली और खानपान में सकारात्मक बदलाव के जरिए इस समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. यह भी पढ़ें: जब दिखने लगे ये संकेत तो समझ जाएं कि आपकी बॉडी को आयरन की है सख्त जरूरत
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.