झमाझम बारिश का आनंद जरूर लें, मगर इस मौसम में इन पांच फलों से दूर रहें, आपकी सेहत सुरक्षित रहेगी
मानसून आते ही प्रचण्ड गर्मी से राहत तो मिलती है, लेकिन यह मानसून अपने साथ तमाम बीमारियां भी लेकर आता है. दरअसल अत्यधिक बारिश से चारों ओर नमी एवं गंदगी की वजह से बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपता है, जिसकी वजह संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है...
मानसून आते ही प्रचण्ड गर्मी से राहत तो मिलती है, लेकिन यह मानसून अपने साथ तमाम बीमारियां भी लेकर आता है. दरअसल अत्यधिक बारिश से चारों ओर नमी एवं गंदगी की वजह से बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपता है, जिसकी वजह संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. यही नहीं गर्मी के दिनों में जो फल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, मानसून के आते ही वे सेहत के लिए नुकसान साबित होने लगते हैं. इसलिए मानसून के मौसम में इन पांच फलों के सेवन से बचने की कोशिश करनी चाहिए. ये हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं. आइये जानें मानसून के दिनों में किन पांच फलों से परहेज कर सेहत की सुरक्षा की जा सकती है. यह भी पढ़ें: इंस्टेंट कॉफी छीन रही है आपकी आंखों की रोशनी; स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा, जानें अब क्या है ऑप्शन
आम (Mango)
आम की तासीर गरम होती है, यह शरीर में गर्मी पैदा करता है और मानसून के दौरान अगर इसका अधिक सेवन किया जाए तो यह त्वचा संबंधी कई समस्याओं एवं पाचन संबंधी तरह-तरह की परेशानियों का कारण बन सकता है. आम में मौजूद उच्च प्राकृतिक शर्करा (High natural sugars) आंत के अंदर जल्दी से किण्वित हो सकती है, जिससे बारिश के महीनों में नमी वाली स्थितियों में गैस और सूजन हो सकती है. अकसर बारिश के बाद आम में कीड़े भी आ जाते हैं, इसलिए मानसून के बाद आम का सेवन कम करना चाहिए.
लीची (Lychee)
मानसूनी हवाओं में नमी ज्यादा होती है, जिसके कारण लीची जल्दी खराब हो जाती है, खराब होने के बाद लीची के सेवन से फूड पॉइजनिंग या आंत के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है. इसमें शक्कर की मात्रा ज्यादा होने से इसके सेवन से पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. जिसके कारण चयापचय धीमा हो जाता है.
अनानास (Pineapple)
अनानास की तीखी अम्लता पेट की परतों के लिए अकसर नुकसानदेह साबित होती है. मानसून के दौरान ये और भी ज्यादा संवेदनशील हो जाती है और हल्के गैस्ट्रिक मुद्दों का कारण बनती है. बरसात के दिनों में यह गले में संक्रामकता फैलाकर गले की संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकती है या मानसून के दौरान हल्के एलर्जी प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर कर सकती है, जब प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर रहती है.
तरबूज (Watermelon)
मानसून के दिनों में तरबूज का सेवन करने से आपके पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है, क्योंकि इसमें अतिरिक्त पानी होता है और यह पाचन को धीमा कर सकता है. नमी वाली परिस्थितियों में जल्दी खराब हो जाता है और बैक्टीरिया को आकर्षित करता है, जो आंत के स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है.
खरबूजा (Muskmelon)
तरबूज की तरह खरबूजा भी नमी वाली परिस्थितियों में जल्दी खराब हो जाता है और बैक्टीरिया को आकर्षित करता है, जिसके सेवन से हमारी आंत के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. इस मौसम में खरबूजा खाने से पेट में जलन हो सकती है, जिससे आपका पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है. इसकी ठंडी तासीर से मौसम संक्रमण औऱ सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं.