Coronavirus Symptoms: संक्रमण के बाद कोविड-19 के लक्षण दिखने में क्यों लगता है ज्यादा समय? डॉक्टर से जानें वायरस हमले के बाद कैसे काम करता है हमारा शरीर?

तमाम बीमारियों में एक-दो दिन में लक्षण दिखाई देने लगते हैं, कोरोना में 2 से 3 दिन क्यों लगते हैं? कभी-कभी तो इससे ज्यादा समय लग जाता है. इस सवाल का जवाब दिया है सफदरजंग अस्‍पताल, नई दिल्ली के डॉ. बलविंदर सिंह ने. उन्होंने बताया कि वायरस के हमले के बाद किस प्रकार हमारा शरीर कार्य करता है?

कोरोना वायरस का प्रकोप (Photo Credits: Pixabay)

Coronavirus Symptoms: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर लोगों में आये दिन नई जिज्ञासा उत्‍पन्न हो रही है. ऐसे ही एक सवाल आया कि तमाम बीमारियों (Diseases) में एक-दो दिन में लक्षण दिखाई देने लगते हैं, कोरोना (COVID-19 Symptoms) में 2 से 3 दिन क्यों लगते हैं? कभी-कभी तो इससे ज्यादा समय लग जाता है. इस सवाल का जवाब दिया है सफदरजंग अस्‍पताल (Safdarjung Hospital), नई दिल्ली के डॉ. बलविंदर सिंह (Balwinder Singh) ने. उन्होंने बताया कि वायरस के हमले के बाद किस प्रकार हमारा शरीर कार्य करता है?

आकाशवाणी से बातचीत में डॉ. सिंह ने बताया कि हमारे शरीर में एंटीबॉडी होते हैं जो हर प्रकार की बीमारियों से लड़ते हैं. जैसे ही किसी बीमारी का हमला होता है, वैसे ही एंटीबॉडी बढ़ने लगते हैं. कई बार लोगों में लक्षण या तो दिखते नहीं या देर से दिखते हैं. ठीक वैसे ही कोरोना वायरस जब शरीर में प्रवेश करता है तो शरीर में बहुत तेज़ी से फैलता है और उतनी ही तेजी से एंटीबॉडी बनने लगते हैं, जिसके चलते वायरस शरीर में नष्‍ट होने लगता है. लक्षण तभी दिखाई देते हैं, जब वायरस का प्रभाव ज्यादा होता है. ज्यादातर मामालें में प्रभाव दिखने में दो-तीन दिन लग जाते हैं. हांलाकि कभी-कभी तो लक्षण दिखने में 14 दिन लग जाते हैं. यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस फेफड़ों के अलावा मस्तिष्क, हृदय और किडनी पर भी करता है अटैक, जानें कैसे कोविड-19 से मरीज का पूरा शरीर होता है प्रभावित?

लॉकडाउन के बाद भी सावधानी बरतनी है

डॉ. सिंह ने वायरस के संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन में दी गई ढील के दौरान और उसके बाद भी सावधानी रखने की सलाह दी है. साथ ही कहा कि देश में ठीक होने वाले मरीजों की संख्‍या भी तेजी से बढ़ रही है. तमाम लोग तो हल्‍के लक्षण के बाद अपने-आप ठीक हो जा रहे हैं. एक दिन में एक हजार के करीब लोग ठीक हुए हैं. जिनकी मृत्यु हुई है उनमे सबसे ज्यादा उनकी संख्‍या है जो 65 साल के ऊपर के थे और जिन्हें पहले से कोई बीमारी थी.

उन्होंने बताया कि हाल ही में सरकार ने बहुत कम लक्षण वाले मरीज जो घर में आइसोलेशन उन्हें लेकर एक नया नियम बनाया है, जिसके मुताबिक जो भी एसिम्प्टोमेटिक वाले या हल्‍के लक्षण वाले मरीज हैं अगर क्वारनटाइन के समय में वो ठीक हो जाते हैं और लक्षण नहीं नजर आते तो उनके टेस्ट करने की जरूरत नहीं होगी. दरअसल शरीर में पांच दिन के भीतर वायरस का असर दिखाई देने लगता है. उसी दौरान शरीर में एंटीबॉडी भी बनते हैं, जो वायरस से लड़ते हैं. पांच दिन बाद भी अगर लक्षण गंभीर नहीं हुए, तो ऐसे लोग सात दिन के अंदर ठीक हो जाते हैं, लेकिन फिर भी क्वारेंटाइन का समय पूरा करना होगा. इस बीच अगर कोई परेशानी नहीं आती है तो उनका टेस्ट नहीं होगा. कई देशों में रिपोर्ट में सामने आया है कि ऐसे लोग खुद भी ठीक हो जाते हैं. इससे समय और रिसोर्स बचेंगे, और नए मरीजों के सैंपल की जांच हो सकेगी.

क्या है यूवी सैनिटाइजर

डॉ. बलविंदर ने बताया कि वायरस को नष्ट करने और लोगों के स्वास्थ्य के लिए देश में तमाम संस्थाएं नई चीजें बना रही हैं. हाल ही में 'पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने एलाइजा बनाया है. यह कोविड कवच एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए स्वदेशी किट है. इस किट का इस्तेमाल एंटीबॉडी जांच में किया जा सकता है. करीब ढाई घंटे में इससे 90 सैंपल की जांच की जा सकती है. इस किट से ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सकेगी. इसके अलावा वायरस से संक्रमित मरीज के खांसने या छींकने से बाहर निकलने वाले ड्रापलेट को नष्ट करने के लिए डीआरडीओ ने यूवी सैनिटाइजर बनाया है. दरअसल कई बार अनजाने में ड्रॉपलेट कहां-कहां गिरे हैं, यह पता नहीं चलता है. ऐसे में अल्ट्रावायलेट किरणों से वायरस को नष्‍ट किया जा सकता है. यूवी किरणों से किसी स्‍थान को सैनिटाइज़ करने वाले उपकरण को यूवी सैनिटाइजर कहते हैं. इससे लैपटॉप फाइल आदि पर मौजूद वायरस को नष्‍ट किया जा सकता है. इसका प्रयोग मॉल, ऑफिस आदि में किया जा सकता है. यह भी पढ़ें: सेक्स से भी फैल सकता है कोरोना वायरस? संक्रमित पुरुषों के स्पर्म में मिला कोविड-19 वायरस: स्टडी

हालांकि डॉ. बलविंदर ने लोगों को वायरस से बचने के लिए घर में हाथ धोने और मास्क लगाने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि अगर बाहर गये हैं, ऑफिस या भीड़-भाड़ में गये हैं तो वापस आकर गरम पानी में डिटरजेंट पाउडर मिला कर पहले 10 मिनट कपड़ों को भिगो दें. उसके बाद धोएं. अगर तेज धूप है तो वहां भी कुछ घंटों के लिए कपड़े छोड़ सकते हैं. अल्ट्रावायलेट किरणों से वायरस नष्ट हो जाते हैं. अगर धूप नहीं निकली है तब भी आप कपड़ों को धो लें और हां आयरन भी कर सकते हैं.

Share Now

\