Gudiya Festival 2024:  गुड़िया का त्यौहार कब है? इस दिन क्यों बनायीं जाती है गुजिया
Gujia (img: wiki)

 गुड़िया का त्यौहार कब है: उत्तर भारत के कई हिस्सों में नागपंचमी के दिन विभिन्न नाग देवताओं की पूजा की जाती है. संध्याकाल के समय गुड़िया पर्व मनाया जाता है. इस अवसर पर घर में जितने भाई-बहन होते हैं, बहनों को इतनी संख्या में भिगोए हुए चने खाने होते हैं. इसके बाद बहन पुराने कपड़ों से बनी गुड़िया लेकर निकटतम तालाब अथवा चौराहे पर जाती हैं. बहन गुड़िया को फेंकते हुए भाई को छड़ी देकर गुड़िया को पीटने का आदेश देती हैं. भाई गुड़िया को पीटते हैं. इस अवसर पर इन जगहों पर मेला लगता है, जिसे गुड़िया मेला कहा जाता है. इस वर्ष 9 अगस्त 2024 को गुड़िया मेला मनाया जायेगा.

गुड़िया मेला

परंपरानुसार इस दिन घर में जितने भाई-बहन होते हैं, बहनों को उतनी ही संख्या में भिगोए हुए चने खाने होते हैं. इसके पश्चात बहन पुराने कपड़ों से बनी गुड़िया लेकर पास के तालाब अथवा चौराहे पर जाती हैं. बहन वहां गुड़िया को फेंकती हैं, तथा भाई को छड़ी देकर गुड़िया को पीटने का आदेश देती हैं. इस जगह गुड़िया मेले का भव्य आयोजन होता है. यह भी पढ़ें : Naag Panchami and Gudiya Festival 2024: आखिर क्यों होती है नाग पंचमी पर शिव के साथ सर्पों की पूजा? क्या होता है गुड़िया पर्व

चने दाल की गुजिया

गुड़िया मेले के अवसर पर घरों में तमाम किस्म के पकवान, मसलन अनरशा, तिल लड्डू, केसर खीर, चना दाल की पूड़ी आदि पकवान बनाए जाते हैं. मान्यता है कि इस दिन चना और चना दाल के विभिन्न व्यंजन खाने-खिलाने से घर में शुभता आती है. इस अवसर पर हम लाए हैं, एक नया व्यंजन चने की दाल की गुझिया. इसे बनाना बहुत आसान है.

सामग्री

भीगे हुए चने का दाल आधा किलो

पीसी हुई चीनी 250 ग्राम

नारियल किसा हुआ 50 ग्राम

इलायची 5 पीस (पीस लें)

मावा 250 ग्राम

मैदा आधा किलो

बादाम, काजू, किशमिश 20 ग्राम (कतर लें)

तलने के लिए तेल

विधि

भरावन के लिए मिश्रण तैयार करें

दाल को अच्छी तरह से धोकर मिक्सी में पीस लें. इसे शुद्ध घी में हलका गुलाबी रंगत आने तक भूनें. इसमे इलायची, किसा हुआ नारियल, ड्राई फ्रूट एवं मावा मिलाकर अच्छी तरह चलाकर एकसार कर लें. इसके बाद अंदाज से शक्कर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं

गुझिया का आटा तैयार करें

एक बड़े बाउल में मैदा डालें. इसमें रिफाइंड तेल मिलाकर हथेलियों से अच्छी मसल कर मोयन तैयार करें. ध्यान रहे मोयन जितना अच्छा होगा, गुझिया इतनी सॉफ्ट बनती है, और कई दिनों तक चलती है. अब थोड़ा सा गुनगुना पानी मैदे में मिलाकर गूंधे. ध्यान रहे पानी कम ही डालना है. अब गूंधे हुए आटे की छोटी-छोटी लोई तैयार करें. इन्हें बेल कर इसमें पहले से तैयार भरावन का मसाला भरें, और अच्छी तरह चिपकाएं. चिपकाने के लिए आप चाहे तो पानी में चुटकी भर मैदा मिलाकर घोल तैयार कर लें. इससे गुझिया खुलेगी नहीं.

गुजिया ऐसे तलें

एक कड़ाही में तेल गरम करें. अब आहिस्ता-आहिस्ता एक एक गुजिया तेल में हल्का भूरा होने तक तल कर निकालें. सारी गुझिया तलकर किसी बंद कंटेनर में सुरक्षित रख लें. वैसे गरमा गरम खिलाए तो ज्यादा स्वादिष्ट लगेगी.