First Solar Eclipse 2025: इस माह चंद्र ग्रहण ही नहीं सूर्य ग्रहण भी लग रहा है! जानें सूर्य ग्रहण की तिथि एवं सूतक काल!

मार्च माह में होली (14 मार्च 2025) पर जहां चंद्र ग्रहण लग रहा है, वहीं इसी मार्च चैत्र अमावस्या भी सूर्य ग्रहण की चपेट में रहेगा. गौरतलब है कि 29 मार्च 2025 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है.

 मार्च माह में होली (14 मार्च 2025) पर जहां चंद्र ग्रहण लग रहा है, वहीं इसी मार्च चैत्र अमावस्या भी सूर्य ग्रहण की चपेट में रहेगा. गौरतलब है कि 29 मार्च 2025 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है. हालांकि आगामी पूर्ण चंद्र ग्रहण की तरह, जिसे ब्लड मून के रूप में भी जाना जाता है, आंशिक सूर्य ग्रहण दुनिया के चुनिंदा हिस्सों में दिखाई देगा. आइये जानते हैं, साल के इस पहले सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तार से...  

कहां कहां दिखेगा यह सूर्य ग्रहण?

 साल 2025 का यह पहला सूर्य ग्रहण एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर, उत्तरी अमेरिका, और दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकेगा. यद्यपि उत्तरी अमेरिका के लोगों इस सूर्य ग्रहण का सबसे अच्छा नजारा देखने को मिल सकता है, क्योंकि यह सूर्योदय पृथ्वी के अन्य जगहों की तुलना उत्तरी अमेरिका के ज्यादा करीब होगा. अलबत्ता यह दुर्भाग्य होगा कि इस सूर्य ग्रहण का दर्शन भारत के किसी भी हिस्से में नहीं हो सकेगा. भारत में सूर्य ग्रहण का असर नहीं होने के कारण सूतक काल का प्रश्न ही नहीं उठता. अलबत्ता ग्रहण के दरमियान गर्भवती स्त्री को विशेष सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए.

इसे आंशिक सूर्य ग्रहण क्यों कहा जा रहा है?

  खगोल शास्त्रियों के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है. इस स्थिति को पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है. लेकिन इसके विपरीत चंद्रमा जब सूर्य के केवल एक हिस्से को ही ढंक पाता है, तो इस स्थिति को आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है. हालांकि यहां यह कहना विशेष दिलचस्प है कि सूर्य ग्रहण के लगभग दो सप्ताह बाद हमेशा चंद्र ग्रहण होता है.

सूर्य ग्रहण की अवधि

   भारतीय मानक समय (IST) के अनुसारसूर्य ग्रहण 29 मार्च को दोपहर 02.20 बजे शुरू होगाजिसे उच्चतम स्तर पर शाम 04.17 बजे देखा जा सकेगा. खगोल शास्त्रियों के अनुसार यह सूर्य ग्रहण सायंकाल 04.13 बजे समाप्त होगा. यानी कुल मिलाकर सूर्य ग्रहण की पूर्ण अवधि लगभग 4 घंटे रहेगी.

नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखना हानिकारक हो सकता है

  चंद्र ग्रहण जिसे कि नंगी आँखों से देखना किसी तरह से नुकसानदायक नहीं हो सकता, यह पूर्ण सुरक्षित है, वहीं सूर्य ग्रहण को प्रत्यक्ष रूप से देखना हानिकारक साबित हो सकता हैक्योंकि इससे रेटिना में जलन अथवा दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना रहती है, विशेष परिस्थितियों में आँखों को स्थायी रूप से नुकसान पहुंच सकता है. सूर्य ग्रहण देखते समय हमेशा नेत्र की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इसे पानी अथवा घिसे कांच के माध्यम से देखा जाना चाहिए. .

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