World Milk Day 2022: कब है विश्व दुग्ध दिवस और क्यों कहते हैं दूध को अमृत? जानें वर्ल्ड मिल्क डे का इतिहास और उद्देश्य!
दूध की महत्ता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाने की शुरुआत की, ताकि दुनिया भर में लोग दूध और दूध निर्मित पदार्थ की महत्ता एवं उपयोगिता को समझें.
World Milk Day 2022: मानव हो अथवा पशु उसके जीवन का पहला भोजन दूध होता है, और जीवन पर्यंत अच्छी सेहत के लिए दूध (Milk) का सेवन करता है. कहने का आशय यह कि दूध हर उम्र के लोगों के लिए तमाम पौष्टिक पदार्थों से युक्त पेय पदार्थ है. फिर भारत में तो माँ एवं गाय के दूध को अमृत की ही संज्ञा से नवाजा जाता है. चिकित्सकों का भी मानना है कि एक उम्र तक माँ का दूध उसके बाद गाय का दूध पीने वाला व्यक्ति जीवन-पर्यंत बीमार नहीं पड़ता. दूध की महत्ता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस (World Milk Day) मनाने की शुरुआत की, ताकि दुनिया भर में लोग दूध और दूध निर्मित पदार्थ की महत्ता एवं उपयोगिता को समझें. आइये जाने विश्व दुग्ध दिवस मनाने की शुरुआत कब और क्यों हुई. लेकिन इससे पहले यह जान लें कि दूध सेहत के लिए अमृत क्यों माना जाता है.
दूध में निहित पौष्टिक तत्व!
दूध में तमाम पौष्टिक तत्व होते हैं, जो शरीर को विभिन्न रोगों से सुरक्षित रखते हैं. इसमें निहित कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, फास्फोरस, विटामिन D, विटामिन B-12, विटामिन ए और राइबो फ्लेविन (B-2) आदि होते हैं. कैल्शियम हड्डियों एवं दांतों को मजबूत बनाता है. पोटेशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है. फास्फोरस से हड्डियां मजबूत होती हैं. विटामिन D भी हड्डियों को मजबूत बनाता है, जबकि विटामिन B-12 लाल रक्त कणिकाओं (RBC) और नर्वस टिश्यू को कंट्रोल करता है. विटामिन A रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है और आंखों तथा त्वचा की समस्याएं दूर करता है. दूध युक्त नियासिन, मेटाबॉलिज्म शुगर और फैटी एसिड को नियंत्रित रखता है. गर्म दूध पाचन क्रिया को सुचारू बनाता है. यह भी पढ़ें: Amul Milk Price Hike: अमूल दूध खरीदना हुआ महंगा, 1 मार्च से 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ेगी कीमत
विश्व दुग्ध दिवस का इतिहास!
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने 1 जून 2001 को विश्व दुग्ध दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेते हुए विश्व स्तर पर एक बड़ा आयोजन किया, जिसमें दुनिया भर के कई देश के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. इसकी महत्ता को देखते हुए भागीदारी के लिए देशों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है. गौरतलब है कि विश्व दुग्ध दिवस दूध के पोषक मूल्य और इसे आहार में शामिल करने की आवश्यकताओं के बारे में लोगों में जागरूकता लाने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है.
विश्व दुग्ध दिवस का उद्देश्य!
इस दिवस विशेष के प्रयोजन का मुख्य मकसद दूध की आवश्यकता और महत्ता के बारे में जन-जन को जानकारी प्रदान करना है कि इसमें निहित पौष्टिक तत्वों जैसे कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन B-2, पोटेशियम आदि से कैसे अधिकांश बीमारियों से मुक्ति पाई जा सकती है. यह पहला भोजन है, जो बच्चा जन्म के बाद खाताहै और जीवन भर अच्छी सेहत के लिए सेवन किये जाने वाला भोजन है. इस दिवस विशेष का मकसद दूध एवं दूध से निर्मित उत्पादों के बारे में आम लोगों को जागरूक करना है, साथ ही साथ यह भी बताना है कि दूध और डेयरी से जुड़े तमाम उत्पादों से देश की अर्थ व्यवस्था को किस तरह मजबूत किया जा सकता है.