World Breastfeeding Week 2023: कब शुरू हो रहा है विश्व स्तनपान सप्ताह? जानें इसका इतिहास, अहमियत एवं कुछ रोचक तथ्य?
विश्व स्तनपान सप्ताह प्रत्येक वर्ष 01 अगस्त से 07 अगस्त तक मनाया जाता है. इस सप्ताह की घोषणा की मुख्य वजह स्तनपान प्रवृत्ति को बढ़ावा देना और दुनिया भर के बच्चों की सेहत को बेहतर बनाना था. अगस्त 1990 में सरकारी लेजिस्लेटिव ऑफिसर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ एवं अन्य स्वास्थ्य सेवा संगठनों द्वारा स्तनपान की सुरक्षा, प्रचार, और समर्थन के लिए इस मसौदा पर हस्ताक्षर कर अपनी स्वीकृति प्रदान की थी..
विश्व स्तनपान सप्ताह प्रत्येक वर्ष 01 अगस्त से 07 अगस्त तक मनाया जाता है. इस सप्ताह की घोषणा की मुख्य वजह स्तनपान प्रवृत्ति को बढ़ावा देना और दुनिया भर के बच्चों की सेहत को बेहतर बनाना था. अगस्त 1990 में सरकारी लेजिस्लेटिव ऑफिसर, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ एवं अन्य स्वास्थ्य सेवा संगठनों द्वारा स्तनपान की सुरक्षा, प्रचार, और समर्थन के लिए इस मसौदा पर हस्ताक्षर कर अपनी स्वीकृति प्रदान की थी. इसी कारण स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है. यहां हम इस दिवस की महत्ता, इतिहास एवं स्तनपान के कुछ आवश्यक पहलुओं पर बात करेंगे. यह भी पढ़ें: World Ranger Day 2023: कब और क्यों मनाते हैं विश्व रेंजर दिवस? जानें इसका इतिहास एवं महत्व!
विश्व स्तनपान सप्ताह का इतिहास
साल 1991 में स्तनपान को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड अलायंस फॉर ब्रेस्ट फीडिंग एक्शन (WABA) का गठन किया गया था. प्रारंभ में साल में एक दिन स्तनपान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन यह मुद्दा चूंकि आम जनजीवन और बच्चों की सेहत जैसे मुद्दे से जुड़ा था, इसलिए इसकी उपयोगिता और जरूरत को देखते हुए इसे एक सप्ताह देते हुए इसे विश्व स्तनपान सप्ताह (World Breast feeding Week) नाम दिया गया. 1992 में पहली बार विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य था स्तनपान प्रवृत्ति को बढ़ावा देना और दुनिया भर के बच्चों की सेहत को बेहतर बनाना. आज सौ से अधिक देश इस साप्ताहिक आयोजन से जुड़े हैं.
कैसे मनाएं विश्व स्तनपान सप्ताह
यह सप्ताह स्तनपान के लाभों को बढ़ावा देने और बच्चों के विकास में कैसे मदद कर सकता है, को बढ़ावा देने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है. इस विषय को सोशल मीडिया पर वीडियो या पोस्ट के जरिए इसका प्रचार-प्रसार किया जा सकता है. खासकर माँ के साथ-साथ बच्चों को भी मिलने वाले लाभों के बारे में बात की जा सकती है.
एक माँ का जीवन जीते हुए आपके लिए स्तनपान कैसा रहा? इससे आपने क्या सीखा? इस तरह की बातें आप सोशल मीडिया पर शेयर कर सकती हैं. आप बताएं कि स्तनपान से आपकी शारीरिक काया को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. किसी को कोई गलतफहमी है तो उसे दूर करें. एक सेमिनार का आयोजन कर वहां आम महिलाओं के समक्ष किसी महिला रोग विशेषज्ञ से स्तनपान की उपयोगिता पर अपने विचार रखने को कहें. स्तन के दूध के लाभों पर हुए शोधों पर बात करें.
स्तनपान के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
यह बच्चे की नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है.
माँ का दूध बच्चों को सोने के लिए प्रेरित करता है.
माँ के दूध में हार्मोन होते हैं.
माँ के दूध में प्रोलैक्टिन और ऑक्सीटोसिन होता है.
माँ के दूध से कई बीमारियों का जोखिम कम होता है.
मान्यता है कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्तन कैंसर की संभावना कम होती है.
शिशु मृत्यु सिंड्रोम का खतरा कम होता है.
विश्व स्तनपान सप्ताह क्यों महत्वपूर्ण है?
यह सप्ताह स्तनपान को बढ़ावा देता है, और दुनिया भर में महिलाओं को एक निश्चित अवधि तक अपने बच्चों को स्तनपान कराने के लिए प्रोत्साहित करता है. नई मांओं को स्तनपान के महत्व का पता चलता है.
इस सप्ताह का उद्देश्य यह पहचानना है कि नवजात शिशुओं के साथ-साथ उनकी माताओं के लिए स्तनपान क्यों आवश्यक है. विश्व स्तनपान के दौरान स्तनपान से जुड़े कई ज्ञानवर्धक तथ्य सामने आते हैं, जिनमें पता चलता है कि स्तनपान कराने वाली माताओं को दूध बढ़ाने के लिए किस तरह का आहार लेना चाहिए, और बच्चों को कब-कब दूध पिलाना चाहिए.