Vishwakarma Jayanti 2024 Wishes in Hindi: देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा (Vishwakarma Puja) का पर्व हर साल 16 या 17 सितंबर को धूमधाम से मनाया जाता है, उधर हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को देश के विभिन्न हिस्सों में विश्वकर्मा जयंती मनाई जाती है. इस साल विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Jayanti) का पर्व उदयातिथि के अनुसार 22 फरवरी 2024 को मनाई जा रही है. इस दिन देवताओं के शिल्पकार और संसार के पहले इंजीनियर कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा (Bhagwan Vishwakarma) की पूजा-अर्चना की जाती है. विश्वकर्मा जयंती पर लोहार, मजदूर, बढ़ई, इंजीनियर, वास्तुकार, मूर्तिकार और फैक्ट्री में काम करने वाले मशीनों और औजारों की पूजा करते हैं. देश के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में मनाए जाने वाले इस पर्व के दौरान कई सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से भक्तों के सभी बिगड़े काम बन जाते हैं. मान्यता है कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्य हुआ था, जिसे माघ महीने में देश के उत्तर और पश्चिमी भागों में धूमधाम से मनाया जाता है. इस अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स को भेजकर विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- जिन्हें कर्म में विश्वास है,
विश्वकर्मा जी उनके पास हैं,
सत्कर्म करते रहते हैं वो पावन धरा पर,
शरीर में उनके जब तक अंतिम सांस है.
विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं
2- विश्वा विश्वकर्मा प्रभु मेरे,
हो प्रसन्न हम बालक तेरे,
आप सदा रहें इष्ट देव हमारे,
वास करें प्रभु मन में सदा हमारे.
विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं
3- करते पूजा हम प्रभु विश्वकर्मा की,
सदा हम पर इनायत रहे मेरे खुदा की,
जन्म-जन्म से हम उनको करते याद,
दिल से हरदम करते विश्वकर्मा की फरियाद.
विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं
4- इस दुनिया में छाई है,
आपकी ही सुंदर रचना,
सुख और दुख में हम,
आपका नाम जपें हरदम.
विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं
5- पूरी दुनिया कर रही है कर्म,
इंसानियत से बड़ा हो गया है आज जाति और धर्म,
कई जगहों पर भूखे-पेट सो रहे इंसान,
उनको भोजन देना हे विश्वकर्मा भगवान.
विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं
कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा के पुत्र धर्म और उनके पुत्र वास्तुदेव का विवाह अंगीरसी नाम की कन्या से हुआ था, जिनकी संतान भगवान विश्वकर्मा हैं. विश्वकर्मा जयंती पर दफ्तरों और कारखानों में रखे मशीनों के अलावा घर में रखे औजारों की भी पूजा करनी चाहिए. अगर आप एक विद्यार्थी या शिक्षक हैं तो आपको इस दिन किताब और पेन की पूजा करनी चाहिए. विश्वकर्मा जयंती पर घर में रखे महत्वपूर्ण उपकरणों को धूप-दीप दिखाना चाहिए.