Vishu 2024 Messages in Hindi: मलयालम कैलेंडर के पहले महीने मेडम का पहला दिन केरल वासियों के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन केरल (Kerala) में विशु (Vishu) का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है, जो केरल नव वर्ष (Kerala New Year) कहलाता है. इस साल विशु यानी केरल नव वर्ष का त्योहार 14 अप्रैल 2024 को मनाया जा रहा है. कहा जाता है कि इसी दिन सूर्य देव अपनी राशि बदलकर मेडम यानी मेष राशि में प्रवेश करते हैं. इस दिन भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) और श्रीकृष्ण (Shri Krishna) की विधि-विधान से पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध करके संसार को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थी, इसलिए इस दिन उनकी पूजा की जाती है. इसके अलावा इस पर्व को सूर्य देव की वापसी के दिन के तौर पर भी मनाया जाता है. कहा जाता है कि एक बार लंकापति रावण ने सूर्य देव के पूर्व से निकलने पर रोक लगा दी थी, लेकिन जब भगवान राम ने रावण का संहार किया, तब से सूर्य देव फिर से पूर्व दिशा की ओर से निकलने लगे. माना जाता है कि इस पर्व को मनाने की परंपरा की शुरुआत तभी से हुई है.
विशु यानी केरल नव वर्ष की शुरुआत के साथ ही नई फसलों की बुवाई का काम शुरु होता है, इसलिए यह पर्व किसानों के लिए भी काफी महत्व रखता है. इस दिन सुबह स्नानादि करके लोग नए कपड़े पहनते हैं और मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन करते हैं. भगवान को सद्य नामक 26 प्रकार के लजीज व्यंजनों का भोग लगाया जाता है और एक-दूसरे को बधाई दी जाती है. ऐसे में आप भी इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों को विशु यानी केरल नव वर्ष की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- हम आपके दिल में रहते हैं,
सारे दर्द आपके सहते हैं,
कोई हमसे पहले विश न कर दे आपको,
इस लिए सबसे पहले हैप्पी न्यू ईयर कहते हैं.
विशु की हार्दिक शुभकामनाएं
2- नव वर्ष की पावन बेला में,
है यही हमारा शुभ संदेश,
हर दिन आए आपके जीवन में,
लेकर खुशियां विशेष.
विशु की हार्दिक शुभकामनाएं
3- हर साल आता है,
हर साल जाता है,
इस नए साल में आपको वो सब मिले,
जो आपका दिल चाहता है.
विशु की हार्दिक शुभकामनाएं
4- दुआओं की सौगात लिए,
दिल की गहराइयों से,
चांद की रोशनी से,
फूलों के कागज पर,
आपके लिए सिर्फ तीन लफ्ज.
विशु की हार्दिक शुभकामनाएं
5- नया साल नई उम्मीदें,
नए विचार और नयी शुरुवात,
भगवन करें आपकी,
हर दुआ हकीकत बन जाए.
विशु की हार्दिक शुभकामनाएं
केरल नव वर्ष के दिन केरल वासी विशुकानी की एक खास रस्म अदा करते हैं, मलयालम में जिसका अर्थ सुबह उठने के बाद सबसे पहले भगवान विष्णु का दर्शन करना है. दरअसल, विशु से ठीक एक दिन पहले कनी दर्शन की सामग्रियों को इकट्ठा करके उन्हें सजाया जाता है. विशुकानी के लिए कांसे के बर्तन में चावल, कच्चा आम, नया कपड़ा, आइना, सुपानी और पान के पत्तों को सजाकर रखा जाता है. इस पात्र के पास एक दीपक प्रज्जवलित किया जाता है, फिर सुबह जल्दी उठने के बाद घर के बुजुर्ग परिवार के सदस्यों की आंखें बंद करके उन्हें विशुकानी तक ले जाते हैं और इसके दर्शन कराते हैं.