Vasu Baras 2022 HD Images: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी को गोवत्स द्वादशी (Govatsa Dwadashi) के तौर पर मनाया जाता है, जिसे बछ बारस (Bach Baras) और वसु बारस (Vasu Baras) भी कहा जाता है, जबकि गुजरात में इस वाघ बारस भी कहते हैं. एकादशी के अगले दिन मनाए जाने वाले गोवत्स द्वादशी के दिन गौ माता और बछड़े की पूजा की जाती है. इस दिन गोधुली बेला यानी जब सूर्य देवता पूरी तरह से न निकलें हो तभी पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपने पुत्र की मंगल कामना के लिए व्रत रखती हैं. इस पर्व पर गीली मिट्टी से गाय और बछड़े की प्रतिमा बनाकर चौकी पर रखा जाता है और विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है. पूजन के बाद गाय को हरा चारा और रोटी सहित अन्य चीजें खिलाई जाती हैं.
गोवत्स द्वादशी गाय और उसके बछड़े की सेवा का खास दिन माना जाता है. इस दिन उनके पूजन से सभी देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, इसलिए इस दिन की लोग शुभकामनाएं भी देते हैं. आप भी इस खास मौके पर इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटोज को भेजकर बधाई दे सकते हैं.
1- हैप्पी गोवत्स द्वादशी
2- हैप्पी बछ बारस
3- बछ बारस की हार्दिक बधाई
4- गोवत्स द्वादशी की शुभकामनाएं
5- गोवत्स द्वादशी की शुभकामनाएं
गोवत्स द्वादशी यानी बछ बारस के दिन कई जगहों पर गाय और बछड़े को सजाया जाता है. हमारे हिंदू धर्म के कई धार्मिक ग्रंथों में गौ माता में समस्त देवी-देवताओं और तीर्थों का वास होने की बात कही गई है. कहा जाता है कि गौ माता के दर्शन मात्र से ऐसे पुण्य फलों की प्राप्ति होती है, जो बड़े-बड़े यज्ञ, दान इत्यादि से भी नहीं मिल पाता है.