Urs E Razvi 2022: कब है आला हजरत का उर्स? तीन दिन के इस भव्य आयोजन में दूर-दूर से लोग यूपी के बरेली में शिरकत करेंगे!

बरेली के दरगाह-ए- आला हजरत ने उर्स-ए-रज्वी 2022 की तारीखों की घोषणा कर दी है. इस अवसर पर दुनिया भर के उलेमा बरेली तशरीफ लाएंगे. सितंबर मास में होने वाले आला हजरत इमाम अहमद रजा खान फाजिले बरेलवी के 104वें उर्स-ए-रजवी की तारीखों की घोषणा दरगाह-ए-आला हजरत ने कर दी है

आला हजरत की मजार (Photo Credits WC)

Urs E Razvi 2022: बरेली के दरगाह-ए- आला हजरत ने उर्स-ए-रज्वी 2022 की तारीखों की घोषणा कर दी है. इस अवसर पर दुनिया भर के उलेमा बरेली तशरीफ लाएंगे. सितंबर मास में होने वाले आला हजरत इमाम अहमद रजा खान फाजिले बरेलवी के 104वें उर्स-ए-रजवी की तारीखों की घोषणा दरगाह-ए-आला हजरत ने कर दी है. मुस्लिम समाज का यह धार्मिक आयोजन इस्लामिया मैदान, बरेली में संपन्न होगा. गौरतलब है कि तीन दिन चलने वाले इस उर्स में शिरकत करने दूर-दूर से उलेमा यहां आते हैं. यह उर्स 21 सितंबर से 23 सितम्बर 2022 को बरेली के इस्लामिया मैदान में मनाया जाएगा.

दरगाह प्रमुख हजरत मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) एवं सज्जादानशीन मुफ्ती अहसान रजा कादरी (अहसन मियां) ने पोस्टर रिलीज करते हुए उर्स की सभी तारीखों की घोषणा किया. मीडिया प्रवक्ता नासिर कुरैशी के अनुसार उर्स 21 सितंबर की शाम 5 बजे से शुरू होगा. दरगाह के प्रमुख हजरत सुब्हानी मियां के जरिये परचम कुशाई की रस्म अदायगी करेंगे. इसी दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नातिया मुशायरा का भव्य मुशायरा का आयोजन होगा. इसके बाद अगले दिन और तीसरे दिन उलेमा की तकरीर होगी. यह भी पढ़े: Ajmer Sharif Urs: अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज का 809वां उर्स, पीएम मोदी ने दरगाह पर चढ़ाने के लिए सौंपी चादर

उर्स का समापन समारोह 23 सितंबर 2022, शुक्रवार को दोपहर 02.38 बजे कुल शरीफ की रस्म के साथ होगा. बता दें कि इस उर्स में शामिल होने के लिए दुनिया के कोने-कोने नामचीन खानकाहों के सज्जादा गीत, सुप्रसिद्ध उलेमा, शोहरा, मुरीदीन एवं अकीदतमंद लाखों की संख्या में बरेली के इस उर्स में शिरकत करते हैं. इस उर्स की काफी पहले से भारी पैमाने पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.

गत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन की बंदिशों के कारण उर्स का आयोजन बड़ी सादगी और कम लोगों की उपस्थिति मनाना पड़ा था. प्राप्त खबरों के अनुसार उर्स की तारीखों की सूचना सोशल मीडिया एवं बैनरों के माध्यम से दुनिया भर में भेजी जा रही है.

मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम के वरिष्ठ शिक्षक मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी के अनुसार इस उर्स में उलेमा मज़हब-ए-इस्लाम, पैगम्बर-ए-इस्लाम के अलावा बुजुर्गों और आला हज़रत ने जो मज़हब-ओ-मिल्लत खिदमात अंजाम दी है, उस पर भी तक़रीर करेंगे. इस उर्स में उलेमा मुसलमानों के धार्मिक, शैक्षिक व सामाजिक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे.

तीन दिनों तक चलने वाले उर्स के सारे कार्यक्रम दरगाह परिसर और इस्लामिया मैदान में आयोजित किये जायेंगे. हुज्जातुल इस्लाम, मुफ़्ती-ए-आज़म, मुफ़स्सिर-ए-आज़म और रेहान-ए-मिल्लत के कुल शरीफ की भी रस्म भी निभाई जायेगी.

इस अवसर पर टीटीएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शाहिद नूरी, औररंगज़ेब नूरी, नासिर कुरैशी, परवेज़ नूरी, अजमल नूरी, ताहिर अल्वी, हाजी जावेद खान, शान रज़ा, मंज़ूर खान, सय्यद फैज़ान अली, आसिफ रज़ा, तारिक सईद, मुजाहिद बेग, खलील क़ादरी, जुहैब रज़ा, आलेनबी, साकिब रज़ा, सय्यद माजिद अली, सय्यद एज़ाज़, इशरत नूरी, काशिफ सुब्हानी, यूनुस गद्दी, आरिफ रज़ा, मुस्तक़ीम नूरी, साजिद नूरी, काशिफ रज़ा, सुहैल रज़ा, अरबाज़ रज़ा, गौहर खान, हाजी अब्बास नूरी, ज़ीशान कुरैशी, अब्दुल माजिद, नईम नूरी, इरशाद रज़ा, अश्मीर रज़ा, अजमल रज़ा, समी खान, जावेद खान, इमरान खान, मोहसिन खान, शारिक बरकाती, सैफ रज़ा, सय्यद सैफी, सय्यद फरहत, सबलू रज़ा, सय्यद जुनैद, नदीम खान आदि ने शिरकत की.

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