तुलसी विवाह को सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है, जो पूरे भारत में मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह त्योहार अक्टूबर या नवंबर के महीने में पड़ता है. तुलसी विवाह इस साल 26 नवंबर को मनाया जाएगा. यह तारीख हिन्दू कैलेंडर के अनुसार बदलती रहती है क्योंकि हिंदुओं का कैलेंडर अंग्रेजी के समान नहीं है. तुलसी विवाह कार्तिक शुक्ल पक्ष के महीने में होता है. तुलसी विवाह को हिन्दुओं द्वारा सबसे महत्वपूर्ण और शुभ दिनों में से एक माना जाता है क्योंकि इस दिन शादी के मौसम की शुरुआत होती है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए तुलसी की पूजा करती हैं. इस दिन माता तुलसी और भगवान विष्णु के स्वरुप शालिग्राम से उनका विवाह किया जाता है. इस दौरान कन्यादान समारोह सहित विवाह संबंधी सभी रस्में निभाई जाती हैं. माता तुलसी को देवी लक्ष्मी का अवतार कहा जाता है, जिनका जन्म वृंदा के रूप में हुआ था.
इस दिन माता तुलसी और शालिग्राम को दूल्हा दुल्हन की तरह सजाया जाता है. इस शुभ अवसर पर महिलाएं विवाह गीत और भजन गाती हैं. तुलसी विवाह में मंगलाष्टक मंत्र गाने की परंपरा है. तुलसी विवाह के अवसर घर और मंडप को विवाह की तरह सजाया जाता है और तुलसी जी को लाल चुनरी चढ़ाकर उनका 16 श्रंगार किया जाता है. अग्नि देव को साक्षी मानकर शालिग्राम और तुलसी को हाथों में लेकर विवाह की प्रतिज्ञा ली जाती है. शादी के बाद एक भोज भी आयोजित किया जाता है. इस दिन लोग अपने प्रियजनों को तुलसी विवाह की शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी अपने प्रियजनों को तुलसी विवाह की शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेजेस भेजकर दे सकते हैं.
1. सबसे सुन्दर वो नज़ारा होगा
दीवारों पर दीयों की माला होगी
हर आंगन में तुलसी मां विराजेगी
और मां तुलसी का विवाह होगा
शुभ तुलसी विवाह!
2. तुलसी संग शालिग्राम ब्याहे
सज गई उनकी जोड़ी
तुलसी विवाह संग लगन शुरू हुए
जल्दी ले के आओ पिया डोली
शुभ तुलसी विवाह!
3. हर घर के आंगन में तुलसी
तुलसी बड़ी महान है
जिस घर में ये तुलसी रहती
वो घर स्वर्ग सामान है
शुभ तुलसी विवाह!
4. गन्ने के मंडप सजाएंगे हम
विष्णु- तुलसी का विवाह रचाएंगे हम
आप भी होना खुशियों में शामिल
तुलसी विवाह मिलकर कराएंगे हम
शुभ तुलसी विवाह!
5. आ जाओ भरते हैं खुशियों की झोली,
तैयार है तुलसी-शालिग्राम की डोली
शुभ तुलसी विवाह!
तुलसी के पौधे के पास शाम को दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. स्कंद पुराण के अनुसार यमदूत कभी भी उन घरों में प्रवेश नहीं करते हैं जहां तुलसी की पूजा की जाती है. भगवन विष्णु और माता तुलसी हमेशा अपनी कृपा आप पर और आपके परिवार पर बनाएं रखें.