Maharshi Dayanand Saraswati Jayanti: स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती आज, अमित शाह सहित इन नेताओं ने किया याद, देखें ट्वीट
आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की आज 200वीं जयंती है. स्वामी दयानंद सरस्वती के जयंती के मौके पर लोग याद कर नमन कर रहे हैं. देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्वामी दयानंद सरस्वती को याद कर नमन किया है.
Maharshi Dayanand Saraswati Jayanti: आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की आज 200वीं जयंती है. स्वामी दयानंद सरस्वती के जयंती के मौके पर लोग याद कर नमन कर रहे हैं. देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्वामी दयानंद सरस्वती को याद कर नमन किया है. गृह मंत्री शाह ने लिखा आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जयंती पर उन्हें कोटिश: नमन.
स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने समाज सुधार के कार्यों से मानव जाति के कल्याण के रास्ते प्रशस्त किये। ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा देकर उन्होंने धर्म तथा संस्कृति के प्रति समाज को चेतनाशील बनाया. स्वामी जी के प्रगतिशील विचार और विश्व कल्याण की भावना हमें सदियों तक प्रेरित करती रहेगी. यह भी पढ़े: PM Modi Swami Dayanand Saraswati Jayanti : स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती पर बोले पीएम कहा ‘ भारतीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा समय की मांग ‘
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वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने भी स्वामी दयानंद सरस्वती को यादव किया. पूर्व सीएम ने लिखा, आर्य समाज के संस्थापक एवं महान समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जयंती पर उनके चरणों में कोटि-कोटि नमन करता हूं. स्वामी जी ने वैदिक संस्कृति के माध्यम से समाज में नई चेतना जागृत कर कुरीतियों व अंधविश्वास को मिटाया और आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आपकी शाश्वत शिक्षाएं युगों-युगों तक हम सबका मार्गदर्शन करती रहेंगी.
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कांग्रेस ने भी समाज सुधारक एवं आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती को याद किया है. ट्वीट कर लिखा गया, महान दार्शनिक, समाज सुधारक एवं आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन,
स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म गुजरात के भूतपूर्व मोरवी राज्य के टकारा गाँव में 12 फरवरी 1824 (फाल्गुन बदि दशमी संवत् 1881) को हुआ था. मूल नक्षत्र में जन्म होने के कारण उनका नाम मूलशंकर रखा गया था. स्वामी दयानंद सरस्वती ने बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने में अपना खास योगदान दिया है.