Shaban Mubarak 2024 Wishes: शाबान महीने की प्रियजनों को इन शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें मुबारकबाद
चांद के दीदार के बाद शाबान महीने की शुरुआत के साथ ही माह-ए-रमजान का 2024 का काउंटडाउन भी शुरु हो जाएगा, जिसे इस्लाम में सबसे पाक महीना माना जाता है. ऐसे में शाबान महीने के आगाज के साथ ही लोग एक-दूसरे को इसकी मुबारकबाद देने लगते हैं. आप भी इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए अपनों को शाबान मुबारक कह सकते हैं.
Shaban Mubarak 2024 Wishes in Hindi: शाबान (Shaban) इस्लामिक चंद्र कैलेंडर यानी हिजरी (Hijri) का आठवां महीना है, जिसे काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, शाबान पैगंबर मोहम्मद का महीना है और इसे रमजान की तैयारी के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण महीना माना जाता है. इसी महीने शब-ए-बारात (Shab-E-Barat) का आयोजन होता है और कई इस्लामिक विद्वानों के अनुसार 15वां शाबान साल के सबसे पवित्र रातों में से एक होता है. शाबान, रजब महीने के बाद और रमजान के पवित्र महीने से पहले आता है. इस साल (2024) चांद के दीदार के बाद रजब महीने का अंत होकर शाबान 1445 की शुरुआत 11 फरवरी से हो सकती है. इस्लामिक कैलेंडर चंद्र चक्र पर आधारित है, इसलिए इस्लामी महीना या तो 29 या 30 दिनों तक रहता है और चांद के दीदार के बाद नए महीने की शुरुआत होती है.
चांद के दीदार के बाद शाबान महीने की शुरुआत के साथ ही माह-ए-रमजान का 2024 का काउंटडाउन भी शुरु हो जाएगा, जिसे इस्लाम में सबसे पाक महीना माना जाता है. ऐसे में शाबान महीने के आगाज के साथ ही लोग एक-दूसरे को इसकी मुबारकबाद देने लगते हैं. आप भी इन शानदार विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए अपनों को शाबान मुबारक कह सकते हैं.
1- शाबान मुबारक
2- शाबान मुबारक
3- शाबान मुबारक
4- शाबान मुबारक
5- शाबान मुबारक
गौरतलब है कि शाबान महीने की पहली तारीख से 15 तारीख तक मुस्लिम समुदाय के लोग अपने घरों में मरहूमों के लिए कुरआन की तिलावतें करते हैं. 15वीं शाबान को शब-ए-बारात के तौर पर मनाया जाता है. इस रात लोग अपने मरहूम लोगों के लिए रात भर तिलावतें और नमाज अदा करते हैं. इसके साथ ही अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. ऐसा कहा जाता है कि शब-ए-बारात की रात अल्लाह द्वारा लोगों के पूरे साल का हिसाब, किताब तय किया जाता है, इसलिए इस रात का अत्यधिक महत्व बताया जाता है.