Sawan Pradosh 2023 Messages In Hindi: वैसे तो हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को किया जाने वाला प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की पूजा के लिए विशेष माना जाता है, लेकिन भगवान शिव के अतिप्रिय सावन मास (Sawan Maas) में पड़ने वाली त्रयोदशी तिथियों का महत्व अधिक बढ़ जाता है. इस साल सावन का महीना 59 दिनों का है, इसलिए इस बार सावन में 4 प्रदोष व्रत पड़ेंगे. देवों के देव महादेव को समर्पित इस पावन महीने में पहला सावन प्रदोष का व्रत (Sawan Pradosh Vrat) आज यानी 14 जुलाई 2023 को है. इस दिन व्रत रखकर प्रदोष काल के समय भगवान शिव की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है, जो संध्या काल के समय सूर्यास्त से करीब 45 मिनट पहले शुरु होता है.
ऐसी मान्यता है कि सावन महीने में भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मुरादें पूरी करने के लिए धरती पर आते हैं, इसलिए इस महीने भक्त सावन सोमवार के अलावा सावन प्रदोष का व्रत रखकर शिव-पार्वती की विधि-विधान से पूजा करते हैं. इसके साथ ही शुभकामना संदेश भी भेजते हैं, ऐसे में आप भी इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो विशेज के जरिए सावन प्रदोष की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- शिव की शक्ति, भोले की भक्ति,
खुशियों की बहार मिले,
महादेव की कृपा से आपको,
जिंदगी के हर कदम पर सफलता मिले.
सावन प्रदोष की हार्दिक बधाई
2- शिव की महिमा है अपरंपार,
शिव करते हैं सबका उद्धार,
उनकी कृपा हम सब पर सदा बनी रहे,
भोलेनाथ हमारे जीवन में खुशियां भर दें.
सावन प्रदोष की हार्दिक बधाई
3- मन छोड़ व्यर्थ की चिंता,
तू शिव का नाम लिए जा,
शिव अपना काम करेंगे,
तू अपना काम किए जा...
सावन प्रदोष की हार्दिक बधाई
4- भक्ति में है शक्ति बंधू,
शक्ति में संसार है,
त्रिलोक में है जिसकी चर्चा,
उन शिव जी का आज त्योहार है.
सावन प्रदोष की हार्दिक बधाई
5- हैसियत मेरी छोटी है,
पर मन मेरा शिवाला है,
कर्म तो मैं करता जाऊंगा,
क्योंकि साथ मेरे डमरूवाला है.
ॐ नमः शिवाय!
सावन प्रदोष की हार्दिक बधाई
सावन प्रदोष के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र पहनें और फिर व्रत का संकल्प लें. सुबह विधि-विधान से शिवलिंग का अभिषेक करें, फिर पूरे दिन व्रत रखकर प्रदोष काल में शिव-पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें. पूजा के समय दूध, दही, घी, शहद, जल, गंगाजल और पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें. शिव शिवलिंग पर भांग, धतूरा, बिल्वपत्र, चंदन, अक्षत और पुष्प अर्पित करें. इसके बाद भगवान शिव की प्रतिमा के सामने दीपक प्रज्जवलित करके प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें या सुनें और फिर आखिर में आरती करके पूजा संपन्न करें.