Ratha Saptami 2021 Messages in Hindi: इस साल सूर्य की उपासना का पर्व रथ सप्तमी (Ratha Saptami) 19 फरवरी 2021 (शुक्रवार) को मनाया जाएगा. दरअसल, हिंदू पंचांग के अनुसार रथ सप्तमी के त्योहार को हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है. इसे माघ सप्तमी (Magha Saptami), माघ जयंती (Magha Jayanti), सूर्य जयंती (Surya Jayanti), अचला सप्तमी (Achala Saptami) और आरोग्य सप्तमी (Arogya Saptami) जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखकर भगवान सूर्य की उपासना करने से आरोग्य और संतान की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन पूजा और दान करने से समस्त पापों और बीमारियों से मुक्ति मिलती है. रथ सप्तमी आरोग्य और संतान प्रदान करने वाला पर्व है, इसलिए इस आरोग्य सप्तमी और पुत्र सप्तमी भी कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन सूर्य देव के सातों घोड़े उनके रथ को वहन करना शुरू करते हैं.
सूर्य देव की उपासना के पर्व रथ सप्तमी की आप अपनों को बधाई न दें ऐसा कैसे हो सकता है. इस पावन पर्व की खुशियां आप अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और प्रियजनों के साथ बांट सकें, इसलिए हम लेकर आए हैं रथ सप्तमी के विशेष हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स, जीआईएफ इमेजेस, जिन्हें शेयर करके आप सूर्य के उपासना के इस पर्व की अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- रथ सप्तमी का पर्व आए बनकर उजाला,
खुल जाए आपकी किस्मत का ताला,
हमेशा आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला,
यही दुआ करता है आपका ये चाहने वाला.
रथ सप्तमी की शुभकामनाएं
2- मंदिर की घंटी, आरती की थाली,
नदी के किनारे सूरज की लाली,
जिंदगी में आए खुशियों की बहार,
मुबारक हो आपको रथ सप्तमी का त्योहार.
रथ सप्तमी की शुभकामनाएं
3- खुशियों का त्योहार आया है,
सूर्य देव से सब जगमगाया है,
खेत-खलिहान धन और धान,
यूं ही बनी रहे हमारी शान.
रथ सप्तमी की शुभकामनाएं
4- सद्विचार, सदाचार, प्रेम और भक्ति,
यही है सूर्य देव को प्रसन्न करने की शक्ति.
रथ सप्तमी की शुभकामनाएं
5- पालनहार हैं जो विश्व के,
साथ घोड़ों की करते हैं जो सवारी,
न कभी झुके न ही कभी रुके,
ऐसे सूर्य देव आपको सुख-समृद्धि दें.
रथ सप्तमी की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी यानी रथ सप्तमी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए, इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य देकर दीपदान करना चाहिए. इस दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करते समय उसमें लाल रोली, लाल फूल और गुड़ का उपयोग करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन जो भी भक्तिभाव से सूर्य देव की उपासना करता है उसे उत्तम आरोग्य, संतान और सुख-संपत्ति का वरदान प्राप्त होता है.