Ramzan Mubarak 2021 Hindi Wishes: माह-ए-रमजान को रमदान (Ramadan) भी कहा जाता है. रहमतों और बरकतों के महीने रमजान (Ramzan) में अल्लाह की इबादत करना, रोजे रखना, रात में तरावीह की नमाज अदा करना और कुरान की तिलावत करने का विशेष महत्व है. रमजान इस्लामिक चंद्र कैलेंडर का नौवां महीना होता है और कहा जाता है कि इस महीने अल्लाह अपने बंदों के लिए जन्नत के दरवाजे खोल देते हैं. माना जाता है कि रमजान में रोजेदारों की हर दुआ कुबूल होती है, इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग खुद को खुदा की इबादत में समर्पित कर देते हैं. इस पूरे महीने लोग रोजा रखते हैं और सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाते या पीते नहीं हैं. सूर्योदय से पहले कुछ खाकर रोजे की शुरुआत की जाती है, जिसे सहरी (Sehri) कहते हैं और सूर्यास्त के बाद इफ्तारी (Iftar) के साथ रोजा खोला जाता है.
रमजान में रोजेदारों के लिए दिन में पांच वक्त की नमाज अदा करना आवश्यक होता है, इसलिए माह-ए-रमजान खुद को संयमित और अनुशासित बनाए रखने का महीना कहा जाता है. रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है, ऐसे में आप अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को रमजान मुबारक कहने के लिए इन शानदार हिंदी विशेज, शायरी, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स की मदद ले सकते हैं.
1- खुशियां नसीब हो, जन्नत करीब हो,
आप जिसे चाहें वो आपके करीब हो,
आप पर अल्लाह का करम कुछ इस तरह हो,
मक्का और मदीना की आपको जियारत नसीब हो.
रमजान मुबारक
2- जिक्र से दिल को आबाद करना,
गुनाहों से खुद को पाक करना,
हमारी बस इतनी सी गुजारिश है,
कि रमजान के महीने में हमें भी,
खुद की दुआओं में याद रखना...
रमजान मुबारक
3- रमजान का चांद देखा,
रोजे की दुआ मांगी,
रोशन सितारा देखा,
आप की खैरियत की दुआ मांगी.
रमजान मुबारक
4- फूलों को बहार मुबारक,
किसानों को खलिहान मुबारक,
परिंदों को उड़ान मुबारक,
चांद को सितारे मुबारक,
और आपको रमजान मुबारक!
रमजान मुबारक
5- होठों पे न कभी कोई शिकवा चाहिए,
बस निगाह-ए-करम और दुआ चाहिए,
चांद तारों की तमन्ना नहीं मुझको,
आप रहें सलामत खुदा से यही खैरात चाहिए!
रमजान मुबारक
गौरतलब है कि रमजान में रोजा रखना इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है. ये पांच स्तंभ शाहदा, सलात, जकात, सवाम और हज है. रमजान में रात के समय की जाने वाली विशेष प्रार्थना को तरावीह कहा जाता है, जिसके दौरान कुरान का पाठ किया जाता है. इस पाक महीने में जरूरतमंदों की मदद करना अच्छा माना जाता है, इसलिए इस महीने रोजा रखने के साथ-साथ लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए भी अपना हाथ आगे बढ़ाते हैं.