Pohela Boishakh 2024 Messages in Hindi: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोग आज (14 अप्रैल 2024) को बंगाली नव वर्ष का पर्व हर्षोल्लास के साथ मना रहे हैं, जिसे पोइला बैसाख (Poila Baishakh), पोहेला बोइशाख (Pohela Boishakh) और शुभो नोबो बोरसो (Subho Nobo Borso) जैसे नामों से जाना जाता है. बंगाली नव वर्ष (Bengali New Year) के दिन बंगाल में संस्कृति और परंपरा की अनोखी झलक देखने को मिलती है. पोइला बैसाख के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर लोग भगवान की विशेष पूजा-अर्चना कर अपने घर-परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना करते हैं, फिर इस पर्व का जश्न मनाने के लिए घर में रसोगुल्ला, मांस, मछली और मिठाइयां बनाई जाती हैं, जिसका परिवार के साथ मिलकर आनंद लिया जाता है. इस अवसर पर प्याज, हरी मिर्च और फ्राइड हिल्सा फिश का सेवन किया जाता है, जिसे पांत भात भी कहा जाता है.
पश्चिम बंगाल के अलावा बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी बंगाली न्यू ईयर का त्योहार हर्षोल्सास के साथ मनाया जाता है. पोइला बैसाख के दिन बंगाल में बंगाली समुदाय के लोगों द्वारा कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों और मेलों का आयोजन किया जाता है. इस दिन लोग शुभो नोबो बोरसो कहकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं. ऐसे में आप भी बंगाली नव वर्ष पोइला बैसाख की इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- प्यार के दिन और मोहब्बत भरी रातें हों,
रंजिशे-नफरतें मिट जाएं सदा के लिए,
सभी के दिलों में ऐसी चाहतें हों,
बंगाली नव वर्ष की शुभकामनाएं.
पोइला बैसाख की शुभकामनाएं
2- भुला दो बीता हुआ कल,
दिल में बसाओ आने वाला कल,
हंसो और हंसाओ, चाहे जो भी हो पल,
खुशियां लेकर आएगा आने वाला कल.
पोइला बैसाख की शुभकामनाएं
3- नया साल आए बनके उजाला,
खुल जाए आपकी किस्मत का ताला,
हमेशा आप-पर रहे मेहरबान ऊपर वाला,
यही दुआ करता है आपका चाहने वाला.
पोइला बैसाख की शुभकामनाएं
4- सूरज की तरह चमके,
पानी की तरह रहें शीतल,
बनी रहे शहद सी मिठास,
इस पोइला बैसाख है यही आस.
पोइला बैसाख की शुभकामनाएं
5- पुराना साल सबसे हो रहा है दूर,
क्या करें यही है कुदरत का दस्तूर,
बीती यादें सोचकर उदास न हो तुम,
पोइला बैसाख के जश्न में धूम मचाओ धूम.
पोइला बैसाख की शुभकामनाएं
ज्ञात हो कि बंगाली में पोइला का अर्थ है पहला और बोइशाख यानी बंगाली कैलेंडर का पहला महीना होता है. बंगाली समुदाय के लोग बैसाख महीने को बहुत ही शुभ मानते हैं, इसलिए इन्हें बंगाली नव वर्ष का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार रहता है. बैसाख महीने के पहले दिन जहां नए साल (New Year) का उत्सव मनाया जाता है तो वहीं इस महीने में शादी-ब्याह, गृह प्रवेश, मुंडन, घर खरीदना जैसे शुभ कार्य भी किए जाते हैं. पोइला बैसाख के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर लोग नए कपड़े पहनते हैं और सूर्यदेव के दर्शन करते हैं. इसके बाद अपनी परंपरा और रीति-रिवाजों के अनुसार ईष्टदेव की पूजा की जाती है, फिर घर के बड़े-बुजुर्गों के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है.