आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का पावन पर्व है नवरात्रि. हिंदू धर्म के विभिन्न शास्त्रों में उनके बताए गए नौ विभिन्न स्वरूपों की उपासना नवरात्रि में की जाती है. 10 अक्टूबर, बुधवार को मां दुर्गा नाव पर सवार होकर समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति करने के लिए अपने भक्तों के बीच आ रही हैं. कहा जाता है कि नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की जो भी भक्ति-भाव से पूजा-अर्चना करता है, मां उनकी सारी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं. हालांकि मां का आह्वान करने के लिए भक्त नवरात्रि से पहले खास तैयारियां करते हैं. अगर आप भी नवरात्रि में मां की विशेष कृपा पाना चाहते हैं और पूजन करके उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो चलिए जानते हैं कि नवरात्रि पूजन के दौरान किन बातों का खास तौर पर ख्याल रखना चाहिए.
इन सामग्रियों का करें इंतजाम
शारदीय नवरात्रि में अगर आप घट स्थापना कर रहे हैं तो आपको कुछ विशेष सामग्रियों का इंतजाम कर लेना चाहिए. माता की मूर्ति या तस्वीर की स्थापना के लिए एक चौकी, लाल या पीले रंग का कपड़ा, मां को चढ़ाने के लिए चुनरी या साड़ी, दुर्गासप्तशती की पुस्तक, कलश, आम के पत्ते, फूल, जटा वाला नारियल, पान, सुपारी, इलायची, लौंग, कपूर, रोली, सिंदूर, कलावा और चावल इत्यादि सामग्री बाजार से खरीद लाएं.
कलश स्थापना के लिए जरूरी चीजें
घट स्थापना में कलश स्थापित करना आवश्यक होता है. इसके लिए एक कलश, नारियल, मौली, 5-7 आम के पत्ते, रोली, शुद्ध जल और गंगा जल, केसर, जायफल, सिक्का और चावल या गेहूं की जरूरी है. यह भी पढ़ें: Navratri 2018: इस बार नवरात्रि पर बन रहे हैं ये खास संयोग, शुभ फलों की होगी प्राप्ति
जवारे बोने के लिए आवश्यक सामग्री
नवरात्रि में जवारे बोने के लिए मिट्टी का बर्तन, साफ मिट्टी, जौ, गेहूं या सप्तधान्य, मिट्टी पर छिड़कने के लिए साफ जल और मिट्टी के बर्तन पर बांधने के लिए मौली इत्यादि आवश्यक सामग्रियों को इकट्ठा कर लें.
अखंड ज्योत के लिए सामग्री
नवरात्रि में अखंड ज्योत जलाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. इसके लिए पीतल या मिट्टी का साफ दीपक लें. दीपक जलाने के लिए घी, लंबी बाती के लिए रूई, दीपक पर लगाने के लिए रोली या सिंदूर और दीपक के नीचे रखने के लिए चावल की आवश्कता होगी.
माता के श्रृंगार की सामग्री
नवरात्रि में मां दुर्गा का श्रृंगार विशेष रूप से किया जाता है. माता के श्रृंगार के लिए लाल चुनरी, चूड़ी, बिछिया, इत्र, सिंदूर, महावर, बिंदी, मेहंदी, काजल, चोटी, माला या मंगलसूत्र, पायल, नेलपॉलिश, लाली, रिबन, कान की बाली जैसी आवश्यक श्रृंगार सामग्रियों को पहले ही जुटा लें. यह भी पढ़ें: Navratri 2018: 10 अक्टूबर से शुरू हो रही है नवरात्रि, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
हवन के लिए जुटाएं ये जरूरी चीजें
नवरात्रि में माता के पूजन के साथ-साथ हवन का भी विशेष महत्व होता है. हवन के लिए हवन कुंड, आम की लकड़ी, रोली या सिंदूर, काले तिल, चावल, जौ, धूप, चीनी, पंचमेवा, घी, लोबान, गुग्गल, लौंग, कमल गट्टा, सुपारी, कपूर, मिठाई, हलवा-पूरी और आचमन के लिए शुद्ध जल की आवश्यता पड़ेगी.
पूजन के दौरान रखें इन बातों का ख्याल
अगर आप नवरात्रि में मा दुर्गा का पूजन कर रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है.
- नवरात्रि में पूजन के दौरान मां दुर्गा को तुलसी के पत्ते न चढ़ाएं.
- ध्यान रहे, माता की तस्वीर या मूर्ति में शेर दहाड़ता हुआ नहीं होना चाहिए.
- मां दुर्गा की प्रतिमा पर दूर्वा नहीं चढ़ाना चाहिए.
- अगर आपने अखंड ज्योत जलाई है तो घर को खाली न छोड़ें.
- माता की प्रतिमा के बाएं तरफ दीपक और दाएं तरफ जवारे बोएं.
- नवरात्रि में पूजन आसन पर बैठकर ही करें, लेकिन आसन जूट या ऊन का ही होना चाहिए. यह भी पढ़ें: Happy Navratri 2018: नवरात्रि के 9 खास भोग, जानें किस दिन क्या अर्पित करने से प्रसन्न होती हैं मां