National Education Day 2023 Quotes: राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर मौलाना अबुल कलाम आजाद को करें याद, अपनों को भेजें उनके ये 10 प्रेरणादायी विचार
मौलाना अबुल कलाम आजाद ने देश में शिक्षा की मूलभूत संरचना में सुधार करने का भरपूर प्रयास किया. उन्होंने प्राथमिक शिक्षा को मातृभाषा में देने पर जोर दिया तो इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजी भाषा पर भी जोर देने की बात कही. इतना ही नहीं उन्होंने महिलाओं की शिक्षा की भी पैरवी की. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आप उनके इन 10 प्रेरणादायी विचारों को अपनों संग शेयर कर उन्हें याद कर सकते हैं.
Inspirational Thoughts of Maulana Abul Kalam Azad: आज (11 नवंबर 2023) देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती मनाई जा रही है, जिसे देशभर में नेशनल एजुकेशन डे यानी राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day) के तौर पर जाना जाता है. मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को मक्का, सऊदी अरब में हुआ था, उनका पूरा नाम अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन था, उनके पिता मोहम्मद खैरुद्दीन एक बंगाली मौलाना थे. देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में शुमार अबुल कलाम आजाद एक महान वैज्ञानिक, राजनेता, कवि और विद्वान के तौर भी विख्यात थे. उन्हें आजाद भारत का पहला शिक्षा मंत्री बनाया गया और बतौर शिक्षा मंत्री उन्होंने देश की शिक्षा पद्धति को सुधारने का जिम्मा उठाया था.
मौलाना अबुल कलाम आजाद ने देश में शिक्षा की मूलभूत संरचना में सुधार करने का भरपूर प्रयास किया. उन्होंने प्राथमिक शिक्षा को मातृभाषा में देने पर जोर दिया तो इसके साथ ही उन्होंने अंग्रेजी भाषा पर भी जोर देने की बात कही. इतना ही नहीं उन्होंने महिलाओं की शिक्षा की भी पैरवी की. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आप उनके इन 10 प्रेरणादायी विचारों को अपनों संग शेयर कर उन्हें याद कर सकते हैं.
1- लोकतंत्र का जीवित रहना बहुत जरूरी है. यह देश की ऐसी विशेषता है जो आधुनिक भारत को दूसरों से अलग बनाती है.
2- अपने सपने सच करने से पहले आपको सपने देखने होंगे.
3- बहुत सारे लोग पेड़ लगाते हैं, लेकिन उनमें से कुछ को ही उनका फल मिलता है.
4-सभी धर्म समान हैं, हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए.
5- अपने मिशन में सफल होने के लिए आपके पास अपने लक्ष्य के लिए एकल दिमाग वाली भक्ति होनी चाहिए.
6- हमें जीवन में कभी हताश नहीं होना चाहिए, निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए.
7- शीर्ष पर चढ़ना ताकत की मांग करता है, चाहे वह माउंट एवरेस्ट के शीर्ष पर हो या आपके करियर के शीर्ष पर.
8- दिल से दी गई शिक्षा समाज में क्रांति ला सकती है.
9- गुलामी बहुत बुरी होती है, भले ही इसका नाम कितना भी खूबसूरत क्यों न हो.
10- मुझे भारतीय होने पर गर्व है, मैं भारतीय राष्ट्रीयता का हिस्सा हूं और मैं हर पल भारत के निर्माण के लिए खड़ा रहूंगा.
गौरतलब है कि आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की सरकार में मौलाना आजाद को पहले कैबिनेट मंत्रिमंडल में साल 1947 से 1958 तक शिक्षा मंत्री बनाया गया. शिक्षा मंत्री बनने के बाद उन्होंने वयस्क निरक्षरता, माध्यमिक शिक्षा, गरीब और महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया. आपको बता दें कि साल 1989 में मौलाना आजाद के जन्मदिन पर शिक्षा को बढ़ावा देने के मकसद से मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की स्थापना की गई थी. शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा के क्षेत्र में विकास करने में अहम भूमिका निभाने के लिए उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया. इतना ही नहीं देश अनेकों शिक्षा संस्थान, स्कूल और कॉलेज के नाम मौलाना आजाद के नाम पर रखे गए हैं.