National Education Day 2022 HD Images: हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे! शेयर करें ये WhatsApp Stickers, GIF Greetings, SMS और Wallpapers
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की शुरुआत मौलाना आजाद जी ने ही की थी, इसलिए अगर उन्हें देश में शिक्षा का संस्थापक कहा जाए तो यह बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के इस बेहद खास अवसर पर आप इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एसएमएस और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे विश कर सकते हैं.
National Education Day 2022 HD Images: भारत में हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस यानी नेशनल एजुकेशन डे (National Education Day) मनाया जाता है. दरअसल, साल 2008 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आजाद देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Maulana Abul Kalam Azad) की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की थी, तब से हर साल 11 नवंबर के दिन राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जा रहा है. मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को सऊदी अरब के मक्का में हुआ था. शिक्षा मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान भारत में पहला भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर और आईआईएससी जैसे कई महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना हुई थी. उनका मानना था कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति और समृद्धि के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण तत्व है.
भारत में शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की शुरुआत मौलाना आजाद जी ने ही की थी, इसलिए अगर उन्हें देश में शिक्षा का संस्थापक कहा जाए तो यह बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के इस बेहद खास अवसर पर आप इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एसएमएस और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे कह सकते हैं.
1- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की शुभकामनाएं
2- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की हार्दिक बधाई
3- हैप्पी नेशनल एजुकेशन डे
4- नेशनल एजुकेशन डे 2022
5- राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2022
मौलाना अबुल कलाम आजाद ने हमेशा इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को रचनात्मक होना चाहिए. इसके साथ ही शिक्षाविदों को छात्रों के बीच पूछताछ की भावना, रचनात्मकता, उद्यमशीलता और नैतिक नेतृत्व की क्षमता का निर्माण करना चाहिए, उनका आदर्श बनना चाहिए. इसके साथ उनका मानना था कि महिलाओं के सशक्तिकरण से ही समाज स्थिर होगा, इसलिए महिलाओं की शिक्षा पर जोर देना चाहिए.